पुणे : कोरोना महामारीं के इस संकट काल में भी देश के बड़े तीर्थस्थलों के कर्ताधर्ता मानवता की सेवा के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। इनमें हर धर्म के तीर्थस्थल शामिल हैं। ऐसे सभी तीर्थस्थलों के पदाधिकारियों के समक्ष पुणे के लेण्याद्री गणपति देवस्थान ट्रस्ट ने उदाहरण पेश किया है। यह देवस्थान महाराष्ट्र के प्रसिद्ध अष्टविनायक गणपति तीर्थों में से एक है। पुणे के जुन्नर तहसील स्थित लेण्याद्री देवस्थान में बीते एक वर्ष से कोविड केअर सेंटर चलाया जा रहा है। इसके लिए देस्थान ट्रस्ट ने अपने यात्री निवास के बड़े हाल उपलब्ध करा दिए हैं।
कोरोना पीड़ितों को उपलब्ध कराई जाती है हरतरह की सुविधा।
लेण्याद्री के इस कोविड सेंटर में एक समय में 350 संक्रमितों को रखकर उनका इलाज किया जाता है। देवस्थान ट्रस्ट ने इलाज के साथ कोरोना पीड़ितों के लिए चाय- नाश्ता और दोनों समय के भोजन का भी प्रबंध किया है। डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ देवस्थान के वालेंटियर्स दिन- रात पीड़ितों की सेवा में जुटे रहते हैं। पीड़ितों के ऑक्सीजन, पल्स, बुखार, शुगर आदि की दिन में तीन बार जांच की जाती है। इसी के साथ स्वाब सैम्पल जुटाकर जांच के लिए भेजने की सुविधा भी देवस्थान ट्रस्ट ने जुटाई है। कोरोना पीड़ितों को ये सभी सुविधाएं निःशुल्क उनलब्ध कराई जा रही हैं। मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 5 हजार कोरोना पीड़ितों को अब तक यहां रखा गया है। इनमें से केवल 486 मरीजों को अस्पताल भेजने की नौबत आयी। शेष सभी ठीक होकर घर गए।
आज भी कोरोना पीड़ितों की सेवा लेण्याद्री के इस कोविड सेंटर में निस्वार्थ भाव से की जा रही है।