इंदौर : बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय का दावा है कि कोरोना संकट से निपटने के लिए मोदी सरकार ने समय रहते लॉक डाउन के ऐलान के साथ सभी जरूरी कदम उठाए। यही कारण है कि देश इस भयावह विपदा से कारगर ढंग से निपट सका। सबसे उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं के बावजूद अमेरिका, इटली, स्पेन आदि विकसित देशों में कोरोना ने कोहराम मचा दिया। लाखों लोगों को वहां अपनी जान गंवानी पड़ी पर ये पीएम मोदी द्वारा उठाए गए कारगर कदमों का ही नतीजा है कि भारत में कोरोना से जनजीवन को बहुत कम हानि पहुंची। समूचे विश्व ने इसकी प्रशंसा की है।
80 करोड़ लोगों तक पीडीएस का राशन पहुंचाया।
विजयवर्गीय के मुताबिक मोदी सरकार ने लॉक डाउन की घोषणा के साथ ही आम आदमी की चिंता शुरू कर दी थी। गरीब, मजदूर वर्ग को खाने- पीने की दिक्कत न हो इसके लिए पीडीएस के जरिए 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया गया। 8 करोड़ बहनों को तीन महीने तक मुफ्त गैस सिलेंडर देने की शुरुआत की।
20 लाख करोड़ का राहत पैकेज दिया।
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोदी सरकार ने गरीब, मजदूर, किसान, महिला, लघु और मध्यम उद्योगों को राहत पहुंचाने के लिए 20 लाख करोड़ का पैकेज दिया। यह जीडीपी का 10 फीसदी है। किसी बड़े विकसित देश ने भी अपने नागरिकों को इतना बड़ा राहत पैकेज नहीं दिया।
मनरेगा का बढाया बजट।
कैलाशजी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को उनके गांव में ही रोजगार प्रदान करने के लिए मोदी सरकार ने मनरेगा के बजट में 40 हजार करोड़ की वृद्धि की। रोजगार बढाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत काम शुरू कर दिए गए हैं। किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य बढा दिया गया है। अल्पकालिक कर्ज की तारीख बढाकर 31 अगस्त कर दी गई है। 20 करोड़ महिलाओं के खातों में सहायता राशि डाली गई है। दिव्यांगों, बुजुर्गों को भी सहायता राशि दी गई है। श्री विजयवर्गीय के मुताबिक मोदी सरकार ने 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपए डीबीटी के जरिए हितग्राहियों के खातों में डाले हैं।