भोपाल : मप्र में डिजिटल मीडिया को स्थापित करने में अहम योगदान देने वाले वरिष्ठ पत्रकार सरमन नगेले को प्रतिष्ठित केपी नारायणन पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है।
गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने सप्रे संग्रहालय भोपाल में आयोजित पत्रकारिता अलंकरण समारोह में श्री नगेले को सम्मानित किया।
समारोह में डॉ. मिश्रा ने विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अन्य पत्रकार साथियों को भी शॉल, श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
बता दें कि विश्व के अनूठे माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय भोपाल द्वारा हर साल पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं।
पत्रकारिता की साख बचाने की जिम्मेदारी हम सब पर है।
डॉ. मिश्रा ने पुरस्कृत एवं सम्मानित होने वाले पत्रकारों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि पत्रकारिता की साख को बनाए और बचाए रखने की जिम्मेदारी हम सब पर है।
पद्मश्री विजयदत्त श्रीधर ने सप्रे संग्रहालय के रूप में पत्रकारिता के शोधार्थियों के लिए एक अनूठे संस्थान की स्थापना की है। यहाँ विगत 30 वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं का संग्रहण और अधिक समृद्ध होता जा रहा है।
प्रोफ़ेसर के.जी. सुरेश, कुलपति, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
इन्हें किया गया सम्मानित।
कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार शिवकुमार विवेक को माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार, प्रमोद भारद्वाज को जगदीश प्रसाद चतुर्वेदी पुरस्कार, नवीन पुरोहित को झाबरमल्ल शर्मा पुरस्कार, जगदीश द्विवेदी को राजेन्द्र नूतन पुरस्कार, प्रफुल्ल पारे को गंगाप्रसाद ठाकुर पुरस्कार, शशिकांत तिवारी को आरोग्य सुधा पुरस्कार और संतोष चौधरी को सुरेश खरे पुरस्कार से नवाजा गया।
इसी तरह संयुक्त संचालक जनसम्पर्क संजय जैन को संतोष कुमार शुक्ल लोक संप्रेषण पुरस्कार, जगदीश कौशल सेवानिवृत्त अपर संचालक को छायाचित्रों में समकालीन विशिष्ट व्यक्तियों के स्मरणीय प्रसंग संजोने के लिए हुकुमचंद नारद पुरस्कार, फोटो जर्नलिस्ट रजा मावल को होमई व्यारावाला पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में कोरोना महामारी के दौरान उत्कृष्ट रिपोर्टिंग के लिए रोहित श्रीवास्तव, अजय वर्मा और विवेक राजपूत की टीम को जगत पाठक पुरस्कार, कला, संस्कृति, ज्ञान-विज्ञान की उत्तम रिपोर्टिंग के लिए हितेष शर्मा को लाल बलदेव सिंह पुरस्कार और श्रेष्ठ बाल पत्रकारिता के लिए इंदिरा त्रिवेदी को रामेश्वर गुरु पुरस्कार प्रदान किया गया।