इंदौर : शुक्रवार शाम बाणगंगा क्षेत्र में शोक बैठक के लिए लगाया गया डोम भारी बारिश के चलते गिर गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग दबकर घायल हो गए। 7 घायलों की हालत गंभीर बताई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार मरीमाता चौराहे पर विधायक संजय शुक्ला की माताजी के निधन पर शोक बैठक रखी गई थी। तमाम वीवीआईपी, पक्ष- विपक्ष के नेता, जनप्रतिनिधि, परिचित और आम लोग शोक व्यक्त करने पहुंचने लगे थे। इस बीच जोरदार बारिश होने लगी। तेज बारिश के कारण डोम की छत में पानी भरने लगा।पानी के दबाव से डोम धीरे-धीरे झुकने लगा। हादसे की आशंका को देखते हुए लोग बाहर निकलने लगे। थोड़ी ही देर में बारिश के दबाव से डोम धराशायी हो गया। जो लोग डोम के अंदर रह गए थे वे दब गए। इस हादसे से अफरा- तफरी मच गई। मौके पर मौजूद शुक्ला समर्थकों और राहगीरों ने तत्काल डोम के नीचे दबे लोगों को निकालना शुरू किया। सांसद शंकर लालवानी और कांग्रेस नेता के.के. मिश्रा ने भी राहत व बचाव कार्य में हाथ बंटाया। सांसद लालवानी ने कलेक्टर लोकेश जाटव को भी फोन कर हादसे की जानकारी दी। करंट न फैले इसलिए डोम की लाइट भी बंद करवा दी गई। कलेक्टर ने प्रशासन के अधिकारी और बचाव दल को तत्काल मौके पर भेजा। सूचना मिलते ही निगम के अमले के साथ अपर आयुक्त देवेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे। मंत्री तुलसी सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग के अमले को भी घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था करने निर्देश दिए। घायलों को डोम के मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त विनोद दुबे निवासी जिंसी हाट बताया गया है। 7 गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। 14 से अधिक घायलों को अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा एमवायएच और अन्य अस्पतालों में भी कई घायल पहुंचे हैं।सामान्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
दशहरा मैदान पर भी हुआ था हादसा।
करीब दो वर्ष पूर्व दशहरा मैदान पर इंदौर नगर निगम के कार्यक्रम के लिए लगाया गया पांडाल भी भारी बारिश में धराशायी हो गया था। उससमय तत्कालीन केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू और सीएम शिवराज सिंह भी पांडाल में मौजूद थे। हादसे में लगभग 20 लोगों को चोटें आई थी। उनमें कई गंभीर रूप से भी घायल हुए थे।