नई दिल्ली : आंध्रप्रदेश के तटीय शहर विशाखापट्टनम में एक प्लास्टिक निर्माण फैक्ट्री से रिसी गैस से अफरा- तफरी मच गई। बताया जाता है कि फैक्ट्री से करीब 3 किलोमीटर के दायरे में जो भी इस जहरीली गैस के संपर्क में आया बेहोंश होकर गिर पड़ा। लोगों ने दम घुटने, आखों में जलन और शरीर पर चकते पड़ने की शिकायत की। मिली जानकारी के मुताबिक जहरीली गैस के रिसाव से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं।
एनडीआरएफ की टीम राहत व बचाव में जुटी।
फैक्ट्री से गैस रिसाव की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, बचाव दल के साथ मौके पर पहुंचे।हालांकि गैस रिसाव से निपटने के संसाधन उनके पास नहीं होने से वे ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। इसके बाद आंध्रप्रदेश सरकार ने एनडीआरएफ को बुलाया। तमाम संसाधनों से लैस होकर मौके पर पहुंचे एनडीआरएफ के दल ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया। जहरीली गैस की चपेट में आए लोगों को प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल भेजा गया। इसके अलावा फैक्ट्री में फंसे मजदूर और कर्मचारियों को भी निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। गैस की चपेट में आए कई लोगों की हालत गंभीर बताई गई है।
एलजी पॉलिमर्स के प्लांट से लीक हुई गैस।
बताया जाता है कि यह जहरीली गैस साउथ कोरिया की मल्टीनेशनल कंपनी एलजी पॉलिमर्स के प्लांट से लीक हुई। यह प्लांट विशाखापट्टनम के बाहरी इलाके में स्थित है। इस प्लांट में खिलौने आदि बनाने में प्रयुक्त होनेवाले प्लास्टिक का निर्माण किया जाता है।
स्टिरिन गैस के लीक होने से हुआ हादसा..?
साउथ कोरियन कम्पनी की फैक्ट्री से रिसी गैस एथनीलबेंजीन या स्टिरिन के नाम से जानी जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सिंथेटिक केमिकल है। जो रंगहीन लिक्विड के रूप में दिखाई देता है। हवा में घुलनशील यह गैस, इंसान के फेफड़ों, दिमाग और सेंट्रल नर्व सिस्टम पर बुरा असर डालती है।