इंदौर : कोरोना संक्रमण ने हालात इतने खराब कर दिए हैं कि जीते जी तो ठीक, मरने के बाद भी इंसान को चैन नहीं मिल रहा है। मोक्ष पाने के लिए भी उसे घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। शवों के दाहसंस्कार के लिए परिजनों को टोकन दिए जा रहे हैं।
पंचकुइया मुक्तिधाम में बंट रहें टोकन।
शहर के सबसे बड़े मुक्तिधाम पंचकुइया में इतने अधिक शव दाह संस्कार के लिए पहुंच रहे हैं कि जगह कम पड़ रही है। इसके चलते यहां टोकन सिस्टम लागू कर दिया गया है। इसके तहत अगर किसी को अपने मृतक परिजन,रिश्तेदार या परिचित को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाना है, तो उसे पहले समय पता कर टोकन लेना होगा की लाश को कब लेकर जाना है।
पूर्व विधायक लालचंद मित्तल के पोते संजय मित्तल निवासी दलिया बाजार का हार्टअटैक के चलते निधन हुआ था । परिजन सुबह 9 बजे पंचकुइय्या मुक्तिधाम पहुँचे तो उन्हें बताया गया कि आपका नम्बर शाम 4 बजे आएगा। आप चार बजे लाश लेकर आए।
ऐसा नहीं कि ये हालात केवल पंचकुइया मुक्तिधाम के हैं, शहर के रामबाग, मालवा मिल, भमोरी विजय नगर, तिलक नगर और रीजनल पार्क स्थित मुक्तिधाम की हालत भी इससे अलग नहीं है। आम दिनों की अपेक्षा इन सभी मुक्तिधामों में प्रतिदिन तीन से चार गुना अधिक शव अंतिम संस्कार के लिए लाए जा रहे हैं। इससे शहर की भयावह स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अच्छा तो यही होगा कि हम खुद को और परिवार को सेफ रखें। बेवजह घर से बाहर न निकले। बाहर जाना आवश्यक हो तो मास्क लगाकर जाएं। भीड़भरी जगहों पर जाने से बचें। सेनिटाइजर से हाथ साफ करते रहें। इम्युनिटी बढाने वाली वस्तुओं का सेवन करें। सावधानी और सतर्कता रखकर ही हम कोरोना की विभीषिका से बच सकते हैं।