इंदौर : क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो द्वारा स्वच्छता पर आयोजित वेबीनार में प्रसिद्ध समाजसेविका पद्मश्री डा. जनक पलटा मगिलिगन ने विश्वास जताया कि इंदौर स्वच्छता सर्वेक्षण में पूरे देश में फिर अव्वल रहेगा और स्वच्छता का पंच जरूर लगाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता इंदौर के नागरिकों की जीवन शैली का एक अनिवार्य अंग बन गया है।इसलिये इसमें अब जरा अभी संदेह नहीं है। वे ‘इंदौर का स्वच्छता में पंच.. नागरिकों की भागीदारी के संग’ विषय पर अपने विचार रख रहीं थीं। डा. पलटा ने आगे कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के बारे में हमें संकल्प लेने के साथ इसका कड़ाई से पालन भी करना होगा।
डा. पलटा ने कहा कि कपड़े का थैला, बरतन बैंक व घर में ही गीले कचरे से खाद बनाने जैसे विकल्पों के प्रति नागरिकों को जागरूक करने की जरूरत है ताकि यह उनकी आदत बन जाए। इसी के साथ पर्यावरण को बचाने पर भी ध्यान देने की जरूरत है। प्राकृतिक संसाधनों का ऐसा उपयोग करें कि आने वाली पीढ़ी के लिये बचा रहे तभी स्थायी विकास की कल्पना को साकार करना सम्भव हो सकेगा। उन्होने जोर देकर कहा कि हमारे सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के मूल में स्वच्छता एक महत्वपूर्ण कारक होता है इसलिए सभी को स्वच्छता दूत के रूप में भी कार्य करना होगा।
इस अवसर पर बेसिक्स म्यूनिसपल वेस्ट वेंचर्स लिमिटेड के गोपाल जगताप ने नागरिकों से अपील की कि वे प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें। अपने घर में ही गीले कचरे से खाद बनायें। शहर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी केवल नगर निगम या प्रशासन की ही नहीं है। प्रत्येक नागरिक को भी सकारात्मक योगदान देना चाहिये। उन्होने कहा कि प्रशासन कितने ही संसाधन का उपलब्ध करा दे लेकिन बिना नागरिकों के सहयोग के स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता। वेबीनार में क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो, जबलपुर की सहायक निदेशक वर्षा शुक्ला पाठक, राजबाला वर्मा और अतुल मलिकाराम ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो, इंदौर के सहायक निदेशक मधुकर पवार ने बताया कि ब्यूरो द्वारा 31 जनवरी तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पवार ने बताया कि कार्यालय को पूरी तरह सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त कर दिया है। पवार ने सभी से अनुरोध किया कि वे स्वच्छता सर्वेक्षण में हिस्सा लें और नगर निगम के कार्यों में यथासम्भव सहयोग करें।