इंदौर : शिवराज के कमलनाथ सरकार गिराने को लेकर कथित ऑडियो वायरल होने पर सियासी घमासान मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर वार- पलटवार के बीच कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाते हुए सीएम शिवराज की घेराबंदी शुरू कर दी है। उसके नेताओं का कहना है कि शिवराज के वायरल आडियो से साफ हो गया है कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के इशारे पर साजिश रचकर कमलनाथ सरकार गिराई गई। इस मामले को तूल देने के साथ कांग्रेस ने मैदानी लड़ाई लड़ने की शुरुआत भी कर दी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पर कांग्रेसियों ने जोरदार प्रदर्शन किया।
पुलिस और कार्यकर्ताओं में जमकर हुई धक्का मुक्की।
कांग्रेस कार्यकर्ता शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के नेतृत्व में ज्ञापन देने के बहाने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शन करते हुए बेरिकेट लांघने का प्रयास किया। इसपर वहां तैनात पुलिसकर्मियों के साथ उनकी धक्का- मुक्की और झड़प हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान सीएम शिवराज के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
बिना अनुमति प्रदर्शन पर की गिरफ्तारी।
शहर में लागू धारा 144 और कोरोना संक्रमण के खतरे का हवाला देकर प्रशासन ने कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी पर कांग्रेसी नहीं माने।उनका कहना था कि गुरुवार को बीजेपी को मास्क वितरण के लिए अनुमति दी गई तो उन्हें क्यों नहीं दी गई। बिना अनुमति प्रदर्शन करने पर पुलिस ने विनय बाकलीवाल और देवेंद्र यादव सहित अन्य नेता व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया।