इंदौर : कांग्रेस की राजनीति हमेशा से ही संघ के विरोध पर टिकी रही है। कांग्रेस का आरोप है कि आर एस एस अपने दफ्तरों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने को प्राथमिकता नहीं देता। इसी के चलते शहर कांग्रेस ने स्थानीय आरएसएस कार्यालय ‘अर्चना’ पहुंचकर तिरंगा भेंट करने का ऐलान किया था। इसी कड़ी में कांग्रेस के नेता शनिवार को आरएसएस कार्यालय पहुंचे। उम्मीद के विपरीत संघ के पदाधिकारियों ने न केवल कांग्रेसियों का भावभीना स्वागत किया बल्कि सम्मान के उनके द्वारा लाया गया राष्ट्रीय ध्वज स्वीकार किया। संघ के पदाधिकारियों ने अपनी ओर से भी कांग्रेसी नेताओं को तिरंगा और साथ में स्वतंत्रता आंदोलन में संघ की भूमिका पर केंद्रित दो पुस्तकें भेंट की।
कांग्रेसियों का किया आत्मीय स्वागत।
शनिवार सुबह अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल आरएसएस के रामबाग स्थित अर्चना कार्यालय पहुंचा। किसी अनहोनी की आशंका में पुलिस बल भी यहां तैनात था। कांग्रेस के नेताओं को उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब अर्चना कार्यालय पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। डा. हेडगेवार स्मारक समिति के अध्यक्ष ईश्वरचंद हिंदुजा और सचिव राकेश यादव सहित अन्य पदाधिकारियों ने बाकलीवाल व अन्य कांग्रेसी नेताओं को तिलक लगाया और कार्यालय के अंदर सभागार में बिठाया। दोनों ओर से औपचारिक परिचय के बाद आपसी चर्चा के दौरान ईश्वर हिंदुजा ने स्वतंत्रता संग्राम में संघ की सहभागिता से कांग्रेसी नेताओं को अवगत कराया। श्री हिंदुजा ने साफ किया की संघ का किसी के प्रति कोई पूर्वाग्रह नहीं है।
संघ कार्यालयों पर उत्साह से मनाया जाता है स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस।
श्री हिंदुजा ने कांग्रेस नेताओं को बताया कि संघ के कार्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त और गणतंत्र दिवस 26 जनवरी पर तिरंगा फहराया जाता है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान के चलते अर्चना कार्यालय पर राष्ट्रध्वज लगा दिए गए हैं।
राष्ट्रध्वज तिरंगे का हुआ आदान – प्रदान।
करीब 40 मिनट तक सौहार्द्र पूर्ण वातावरण में चर्चा के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने अपने साथ लाया राष्ट्रध्वज तिरंगा, हेडगेवार स्मारक समिति के पदाधिकारियों को भेंट किया। समिति की ओर से भी कांग्रेस नेताओं को मानक राष्ट्रध्वज भेंट किया गया। इसी के साथ कांग्रेसियों को दीपक, तेल व बाती भेंट कर उनसे 14 अगस्त की शाम मनाए जाने वाले दीपोत्सव और सामूहिक राष्ट्र गान में सहभागी होने का भी आग्रह किया गया।
स्वतंत्रता संग्राम में संघ की भूमिका संबंधी पुस्तकें भी भेंट की।
हेडगेवार स्मारक समिति के सदस्य उमेश वर्मा ने स्वतंत्रता संग्राम में संघ की भूमिका पर आधारित दो पुस्तकें भी विनय बाकलीवाल और अन्य कांग्रेसी नेताओं को प्रदान की। उनसे आग्रह किया गया कि वे दोनों किताबों का अध्ययन अवश्य करें।
कांग्रेसी नेताओं की संघ कार्यालय में आवभगत के साथ उन्हें चाय – नाश्ता करवाकर मिठाई भी खिलाई गई।
संवाद की निरंतरता बनीं रहे।
संघ कार्यालय में मिले आदर व सम्मान से कांग्रेसी नेता भी अभिभूत नजर आए। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि अपनी घोषणा के अनुरूप वे संघ कार्यालय पर राष्ट्र ध्वज भेंट करने आए थे। उन्हें यहां पूरा सम्मान मिला। संघ के पदाधिकारियों ने कांग्रेस की ओर से दिया गया तिरंगा स्वीकार किया, बदले में उन्होंने भी हमें तिरंगा ध्वज और पुस्तकें प्रदान की। बेहद सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हमारी चर्चा हुई। संवाद की निरंतरता बनीं रहे, यही हमारी कामना है।
अर्चना कार्यालय पहुंचे कांग्रेसजनों में अनूप शुक्ला, विवेक खंडेलवाल, गिरीश जोशी, संजय बाकलीवाल, मधुसूदन भलिका, सन्नी राजपाल, सत्यनारायण सलवाडिया, अनिल टांक, मोनिक मालवीय शामिल थे।