संविधान मात्र किताब नहीं, जीवन जीने का साधन है – जयवर्द्धन सिंह

  
Last Updated:  January 31, 2023 " 10:58 pm"

विधिक जागृति फोरम ने किया युवा प्रतिभाओं का सम्मान।

इंदौर : विधिक जागृति फोरम ने अपने स्थापना दिवस पर जाल सभागृह में परिसंवाद एवं युवा प्रतिभाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्वमंत्री जयवर्धन सिंह, विशेष अतिथि प्रवीण कुमार खारीवाल, (अध्यक्ष, स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र.)थे।

संविधान ने दिया समानता का अधिकार।

मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह ने इस मौके पर ”संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण में युवाओं की भूमिका“ विषय पर अपने विचार रखते हुए कहा कि बाबा साहब अम्बेड़कर ने संविधान में समानता और समता का अधिकार सभी लोगों को उपलब्ध कराया। संविधान मात्र किताब नहीं, जीवन जीने का साधन है। जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि अधिकारों के साथ कर्तव्य की बात को भी ध्यान में रखना चाहिए। युवाओं को शहर और प्रदेश के विकास में अपनी सकारात्मक भूमिका सुनिश्चित करना चाहिए।उन्हें अपने जीवन के सीमित समय का सदुपयोग करते हुए अपने सामर्थ्य के मुताबिक सामाजिक कार्य में भी सहभागिता निभानी चाहिए।

अन्य धर्मों का करें सम्मान।

श्री सिंह ने कहा कि आज देश में डर और भय का माहौल बनाया जा रहा है। हिन्दू धर्म की आरती में हम प्राणियों में सद्भावना और विश्व के कल्याण की बात करते हैं। हमें अपने कर्म में भी इन दोनों बातों का ख्याल रखते हुए अन्य धर्मों का सम्मान भी करना चाहिए।

इंदौर, उज्जैन, देवास और धार मिलाकर बनना था SEZ ।

पूर्व मंत्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिरा दी गई अन्यथा दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर इंदौर, उज्जैन, देवास और धार को मिलाकर स्पेशल इकाॅनोमिक जोन बनाने का काम अंतिम दौर में आ गया था। श्री सिंह ने भरोसा जताया कि आने वाले चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी और हम सभी मिलकर मध्यप्रदेश को विकास की राह पर ले जाएंगे।

लोकतंत्र के चारों स्तंभों की मजबूती ही संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण।

विशेष अतिथि स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के अध्यक्ष, प्रवीण कुमार खारीवाल ने कहा कि लोकतंत्र के चारों स्तंभों का मजबूत रहना ही संविधान के मूल्यों का संरक्षण करना है। कई बार हमें आभास होता है कि संवैधानिक संस्थाओं का क्षरण हो रहा है लेकिन वक्त सभी मुद्दों का उचित निराकरण कर देता है।

इन प्रतिभाओं का किया गया सम्मान ।

कु. हर्षा यादव (अंतरराष्ट्रीय पेरोलाम्पिक खिलाडी), शुचि एवं यश पेट्रिक (मूक-बघिर बच्चों की शिक्षा में योगदान), रोहन लुणावत (युवा उद्यमी), चिंटू चौकसे (नेता प्रतिपक्ष), डॉ. वैभव चतुर्वेदी (मनोवैज्ञानिक), कु. राजलक्ष्मी बागडिया (युवा कवि), अशोक नायक (ब्लड बैंक संचालक), चर्चिल जैन (चार्टर्ड अकाउण्टेंट), शैलेन्द्र त्रिपाठी (लोक परिवहन), अशहर वारसी (अधिवक्ता), अंतिम बाला (राजनीति), अविनेंद्र सिंह (सिक्युरिटी सर्विस), सिद्धार्थ सिंह (शिक्षाविद), यशस्वी पटेल (युवा पार्षद), शशांक गुप्ता (युवा उद्यमी), अभिशय जैन (अधिवक्ता), अनिरुध्द प्रताप सिंह राठौर (अभिनेता), धनंजय सिंह (सूचना प्रोद्योगिकी), नीतिराज सिंह परमार (युवा खेल)

कार्यक्रम में अतिथि परिचय लोकेश मेहता ने दिया। विषय की प्रस्तावना डॉ. उमेश मंशोरे ने रखी। आभार संस्था के सरंक्षक जीपी सिंह अधिवक्ता ने माना। कार्यक्रम का संचालन रोहित शर्मा अधिवक्ता ने किया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता एवं अधिवक्ता उपस्थित थे।

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