संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर करेंगी मराठी साहित्य सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ

  
Last Updated:  January 16, 2023 " 12:47 pm"

कार्यक्रम स्थल पर ग्रंथ प्रदर्शनी की हुई शुरुआत।

मराठी कवि सम्मेलन में रचनाकारों ने पेश की ज्वलंत मुद्दों पर रची कविताएं।

शाम के सत्र में अभिनेत्री मुक्ता बर्वे का कार्यक्रम होगा आकर्षण का केंद्र।

इंदौर : मप्र साहित्य अकादमी और मप्र साहित्य संघ के संयुक्त बैनर तले मप्र मराठी साहित्य सम्मेलन और 9 वे प्रांतीय सम्मेलन का आयोजन सोमवार 16 जनवरी से किया जा रहा है। रीगल तिराहा स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में होने जा रहे इस दो दिवसीय सम्मेलन का औपचारिक शुभारंभ पर्यटन व संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर करेंगी। जबलपुर के जितेंद्र जामदार विशेष अतिथि होंगे। प्रो. मिलिंद जोशी दोनों दिन के कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे।

ग्रंथ प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ।

सोमवार को सुबह के सत्र में कार्यक्रम स्थल पर मराठी ग्रंथ प्रदर्शनी का शुभारंभ मुंबई की ख्यात साहित्यकार पल्लवी परुलेकर बंसोड़े ने किया। इस ग्रंथ प्रदर्शनी में मराठी के कई नामी और बड़े लेखकों की पुस्तकें अवलोकन और विक्रय के लिए उपलब्ध कराई गई हैं।

ग्रंथ प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद मराठी कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर से आए कवियों ने अपनी कविताओं का पाठ किया। समसामयिक विषयों को छूती इन कविताओं को श्रोताओं ने सुना और सराहा। कवि सम्मेलन का सूत्र संचालन इंदौर की कवयित्री जया गाडगे ने किया।

मप्र साहित्य संघ भोपाल के अध्यक्ष पुरुषोत्तम सप्रे और मानद सचिव मोहन रेडगांवकर ने बताया कि सोमवार शाम साहित्य सम्मेलन के औपचारिक शुभारंभ के बाद वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान किया जाएगा। इनमें प्रशांत पोल जबलपुर, श्रीनिवास हवलदार व मेघना निरखीवाले इंदौर, चंद्रकांत जोशी नासिक और उमा कंपूवाले ग्वालियर प्रमुख हैं।

पहले दिन के अंतिम याने शाम के सत्र में सात बजे से नाट्याभिनय, कविता और गीतों से सजा अनुपम कार्यक्रम पेश किया जाएगा। इसे मराठी फिल्म, टीवी और रंगमंच की लोकप्रिय अभिनेत्री मुक्ता बर्वे अपने साथी कलाकारों के साथ पेश करेंगी। कार्यक्रम का शीर्षक है, ‘प्रिय भाई..एक कविता हवी आहे’ ।

श्री रेडगांवकर ने बताया कि साहित्य सम्मेलन के दूसरे दिन सुबह के सत्र में परिसंवाद, दोपहर में प्रत्यक्ष मुलाकात और शाम के सत्र में पुस्तक विमोचन व कथाकथन के कार्यक्रम होंगे। दोनों दिन के कार्यक्रम मराठी में होकर साहित्यप्रेमियों के लिए खुले हैं।

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