‘ बच्चों की अहिल्या माता’ का सुमित्रा ताई सहित अन्य अतिथियों ने किया लोकार्पण।
इंदौर : लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर के जीवन चरित्र से बच्चों को अवगत कराने के लिए श्री अहिल्योत्सव समिति ने एक सचित्र पुस्तक का प्रकाशन किया है। ‘बच्चों की अहिल्या माता’ शीर्षक से प्रकाशित इस पुस्तक का लेखन अरविंद जवलेकर ने किया है जबकि सारंग क्षीरसागर ने प्रसंगानुरूप चित्रों से पुस्तक को सजाया है। सर्वोत्तम प्रकाशन के अश्विन खरे ने यह पुस्तक प्रकाशित की है।
शुक्रवार शाम आरएनटी मार्ग स्थित हिंदी साहित्य समिति के सभागृह में इस पुस्तक का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन थी। अध्यक्षता राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन ने की। उदयसिंह राजे होलकर और इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी विशेष अतिथि के बतौर मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने विधिवत् पुस्तक का विमोचन किया।
देवी अहिल्याबाई से जीवन से जुड़ी कहानियां भी लिखीं जाएं।
मुख्य अतिथि सुमित्रा महाजन ने कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि अहिल्योत्सव समिति लंबे समय से बच्चों को सचित्र पुस्तक के माध्यम से देवी अहिल्याबाई के जीवन चरित्र से अवगत कराने पर विचार कर रही थी। यह पुस्तक उसी का साकार रूप है। उन्होंने अहिल्याबाई के जीवन पर कहानियां लिखने की जरूरत को भी रेखांकित किया।
इंदौर की मां हैं देवी अहिल्याबाई।
सत्यनारायण सत्तन ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई इंदौर की मां हैं। दीन, दुनिया और दौलत मां के बिना कुछ नहीं है। देवी अहिल्याबाई ने अपने धार्मिक और लोककल्याणकारी कार्यों से देशभर में इंदौर को पहचान दिलाई।उन्होंने कहा कि इंदौर ने संबंधों को जीने की श्रृंखला का निर्माण किया है।
इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने सचित्र पुस्तक के माध्यम से देवी अहिल्याबाई के जीवन चरित्र को सहज, सरल भाषा में बच्चों तक पहुंचाने के श्री अहिल्योत्सव समिति के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में उदयसिंह राजे होलकर ने भी अपने विचार रखे।
प्रारंभ में पुस्तक की प्रस्तावना विनीता धर्म ने रखी। शरयु वाघमारे और अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन हरेराम वाजपेई ने किया। आभार सुधीर देडगे ने माना।