इंदौर : करीब 23- 24 घंटे की मशक्कत के बाद खंडवा रोड पर रहवासी क्षेत्र में घुसे तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग के अमले को सफलता हाथ लगी। उसे बेहोंश कर पकड़ा गया। पकड़े जाने के पूर्व लिंबोदी क्षेत्र में घुसे तेंदुए ने एक बच्ची व महिला सहित 4 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल एक वनकर्मी पर भी तेंदुए ने हमला किया पर अंततः उसे बेहोश कर पिंजरे कैद कर दिया गया।
बुधवार को शिवधाम कॉलोनी में देखा गया था तेंदुआ।
तेंदुआ बुधवार को सबसे पहले खंडवा रोड स्थित न्यू रानीबाग क्षेत्र की शिवधाम कॉलोनी में देखा गया था। सूचना मिलने पर पहुंची वन विभाग की टीम ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया पर वो हाथ नहीं आया। तेंदुए ने वनकर्मियों को ख़ूब छकाया। रात होने पर सर्चिंग रोक दी गई थी।
गुरुवार सुबह वन विभाग के दल ने पुनः खोजबीन शुरू की।इस बीच लिम्बोदी में उसकी मौजूदगी का पता चला। पीछा किए जाने पर तेंदुआ एक घर में घुस गया और वहां रसोई में खाना बना रही महिला पर हमला कर दिया। महिला की चीख सुनकर बाथरूम में नहा रहा उसका पति बाहर निकला तो तेंदुए ने उसे भी पंजा मारकर घायल कर दिया।
यहां से भागा तेंदुआ पास ही एक निर्माणाधीन मकान में घुस गया और वहां खेल रही चौकीदार की नातिन को दबोच लिया। परिवार की महिलाओं द्वारा चिल्लाने पर तेंदुए ने बच्ची को छोड़ चौकीदार पर हमला कर दिया और उसके हाथ में दांत गड़ा दिए। इस बीच डंडे लिए लोग और वन विभाग के अमले के वहां पहुंचने पर तेंदुए ने एक वनकर्मी पर हमला कर उसे भी घायल कर दिया और निर्माणाधीन मकान के निचले हिस्से में घुस गया। इसके बाद वन कर्मियों ने उसके निकलने के सारे रास्ते बंद कर दिए और जाल बिछा दिया। पूरी तैयारी के बाद तेंदुए को गन के जरिए बेहोशी का इंजेक्शन लगाया गया। इस बीच तेंदुआ उठकर भागने लगा और जाल में फंस गया। कुछ ही देर में उस पर बेहोशी छा गई। इस पर उसे उठाकर पिंजरे में कैद कर दिया गया। तेंदुए के पकड़ाते ही लोगों ने राहत की सांस ली।
वनकर्मियों के मुताबिक तेंदुए को इलाज के बाद वन क्षेत्र में छोड़ दिया जाएगा।