सदगुरु नाना महाराज की राजोपचार पूजा के साथ पवित्र नदियों के जल से किया गया अभिषेक

  
Last Updated:  August 2, 2022 " 08:06 pm"

सदगुरु नाना महाराज की मूर्ति के अभिषेक हेतु देश भर की 125 पवित्र नदियों से आया जल।

दिगंबरा दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगम्बरा …से गूंजा बास्केट बाल कॉम्प्लेक्स।

संतो का पाद पूजन कर सम्मान किया गया।

इंदौर : बास्केट बॉल कॉम्प्लेक्स में आयोजित सदगुरु श्री नाना महाराज तराणेकर के 125 वे जन्मोत्सव के दूसरे और अंतिम दिन माहौल भक्तिमय बना रहा। भजन,कीर्तन,उपासना,पूजा,अभिषेक के कार्यक्रम हुए।मध्य प्रदेश सहित आंध्रप्रदेश,महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, तेलगाना आदि प्रदेशों से आए हजारों भक्तों के दिगंबरा दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगंबरा….के जाप से संपूर्ण परिसर गूंजता रहा। अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार इंदौर और शांतिपुरुष संस्थान, नागपुर से जुड़े हजारों सदस्यों ने पूरे भक्तिभाव और समर्पण से अपने गुरुदेव नाना महाराज तराणेकर को याद किया,उनकी प्रतिमा पर अभिषेक और पुष्पांजलि कर नमन किया।

यह जानकारी देते हुए तेजस तराणेकर और तारक तराणेकर ने बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत कांकड़ आरती और उपासना से हुई। बाबासाहेब तराणेकर के सान्निध्य में तेजस, जयश्री, भाग्यश्री और अदिति तराणेकर ने हारमोनियम, ताल,झांझ ,तबला और ढोलक की संगीतमय धुन पर प्रभाती गायन किया। श्रीमती शुभदा भदा मराठे, पीयूष तराणेकर की भजन प्रस्तुति के बाद सामूहिक रूप से दिगंबरा दिगंबरा श्रीपाद वल्लभ दिगम्बरा ..का जाप हुआ।

नाना महाराज की राजोपचार पूजा।

इस अवसर पर त्रिपदी परिवार ने वैदिक मंत्रों के साथ नाना महाराज की भक्ति भाव से राजोपचार पूजा की। नाना महाराज तराणेकर का 125 वा जयंती महोत्सव होने से राजोपचार पूजा में 125 का विशेष महत्व नजर आया। गंगा,जमुना,गोदावरी,कावेरी सहित देशभर की 125 नदियों के जल से नाना महाराज की प्रतिमा का अभिषेक किया गया। साथ ही दूध,घी से भी अभिषेक किया। राजोपचार पूजा में 125 फल,125 फूल, 125 प्रकार के मिष्ठान, 125 प्रकार के ड्राई फूट,125 शॉल,125 सोवला, धोती, उपर्णा, साड़ियां, शर्ट पीस,कपास वस्त्र,गुड के मोदक,चांदी का बेलपान,दुर्वा,तुलसी,रुद्राक्ष सहित और भी सामग्री 125 के अंक में अर्पित की गई।
वेदाचार्य सचिदानंद गाडगिल,सिद्धांत गाडगिल, दत्रात्रय नवाथे ,सूर्यकांत राखे,भास्कर जोशी,चैतन्य काले,देशिक कस्तूरे आदि वैदिक पंडितों ने राजोपचार पूजा संपन्न कराई। संपूर्ण पूजा त्रिपदी परिवार के प्रमुख बाबा साहब तराणेकर महाराज के निर्देशन में संपन्न हुई।

संतों का किया गया सम्मान।

दूसरे सत्र में कोटेश्वर पीठ सोनकच्छ के स्वामी नित्यमुक्ता नंद स्वामी का यति पूजन किया।तेजस तराणेकर और भाग्यश्री तराणेकर ने स्वामीजी का पहले पाद पूजन किया बाद में पुष्पमालाओं के साथ शॉल और श्रीफल से सम्मान किया। रामानुज कोट उज्जैन के युवराज स्वामी माधवप्रपन्नाचार्य का विद्वत पूजन किया गया।इसके अलावा त्रिपदी परिवार की ओर से तारक और अदिति तराणेकर ने अण्णा महाराज,अमृत फले महाराज, भाऊ नाथ महाराज आदि संतों का भी शॉल, श्रीफल से सम्मान किया।

कार्यक्रम में पुरुषो ने धोती कुर्ता और सोवला पहन रखा था तो महिलाओ ने मंगल परिधान धारण किया था।

बाबासाहेब तराणेकर और जयश्री तराणेकर ने बताया कि महोत्सव में त्रिपदी परिवार के साथ दत्त मंदिर गाणगापुर ,दत्त मंदिर अक्कल कोट, दत्त मंदिर गरुडेश्वर दत्त मंदिर कारंजा के प्रतिनिधि विशेष रूप से शामिल हुए।

महोत्सव में बाहर से आए हजारों भक्तो को समर्थ मठ,अतिथि निवास, वैदिकाश्रम, पालीवाल धर्मशाला, गणेश मंडल, जांगिड़ ब्राह्मण धर्मशाला,जैन समाज धर्मशाला, सोनारवाड़ा आदि स्थानों पर ठहराया गया।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *