श्री रामानुज स्वामीजी का हुआ महाभिषेक, रजत वाहन पर निकली सवारी।
इंदौर : पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी – वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में शनिवार, 21 जून से सात दिवसीय ब्रम्होत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ।
स्वर्ण से निर्मित गरुड़ स्तंभ पर प्रभु वेंकटेश के समक्ष रामानुजाचार्य नागोरिया पीठाधिपति स्वामी
श्री विष्णुप्रपन्नाचार्यजी महाराज ने शास्त्रोक्त पद्धति से दक्षिण भारत से पधारे भटर स्वामियों द्वारा पूजन कराकर, स्तोत्र पाठ के बीच सफ़ेद वस्त्र पर निर्मित ध्वज जिस पर भगवान गरुड़ को विराजमान किया गया था, को स्वर्ण स्तंभ पर चढ़ाया।इस मौके पर गुड़ के चावल के लड्डू बनाकर भोग अर्पित किया गया। इसी के साथ ब्रम्होत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ, वहीं यज्ञ देवता का पूजन कर सात दिवसीय यज्ञ भी प्रारम्भ किया गया।
देवस्थान के पुजारी बिहारी, दीपक, शिवम पांडे, विशाल पांडे,लोकेश तिवारी, जय दुबे आदि ने यजमान रमेश चितलांगया परिवारbको संकल्प कराकर रजत कलशों का पूजन किया।इन रजत कलशों की सहस्त्रधारा से शेषावतार
श्री रामानुज स्वामी महाराज का महाभिषेक किया गया। इस अवसर पर श्री रामानुज स्वामी की स्वर्ण पुष्प व रजत पुष्प से अर्चना भी की गई।
इसके बाद संत सभा का आयोजन किया गया। नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज ने सभी भक्तों को संबोधित किया।
शाम के सत्र में श्री रामानुज स्वामी की सवारी रजत वाहन पर विराजित हो भक्तों को दर्शन देने परिक्रमित हुई। परिक्रमा में वेणुगोपाल संस्कृत पाठशाला के विद्यर्थियों ने पाठ किया, वहीं भजन गायक राजेश सांखला ने गुरु भजनों की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिमय बना दिया। भक्तों ने भी उत्साह से प्रभु के आंगन में जमकर नृत्य का आनंद लिया।
पहले दिन प्रभु वेंकटेश ने 10,000 किलो बर्फ के माध्यम से निर्मित बद्रीनाथ धाम में विराजित होकर भक्तों को अलौकिक दर्शन दिए।
मीडिया प्रभारी पंकज तोतला ने बताया कि इस अवसर पर समिति के पुखराज सोनी,सुरेशचंद्र राठी,रवि सिंगी, संपत धूत,गोविंद झवर,आनंद बजाज, गिरीश जाखेटिया, हर्ष पसारी, नीलेश तोतला मौजूद थे।