इंदौर : प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने मन्त्रिमण्डल से इस्तीफा दे दिया है। 21 अप्रैल को शिवराज मन्त्रिमण्डल में शामिल किए गए तुलसी सिलावट को नियमानुसार 6 माह में विधायक का चुनाव जीतकर विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी था, पर देरी से चुनाव होने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
तुलसी सिलावट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का साथ देते हुए कांग्रेस और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। यही नहीं विधायक का पद भी उन्होंने छोड़ दिया था। बीजेपी का दामन थामने के बाद शिवराज मन्त्रिमण्डल में उन्हें जल संसाधन मंत्री बनाया गया था। वे सांवेर से बीजेपी के प्रत्याशी के बतौर चुनाव मैदान में हैं।
गोविंद राजपूत ने भी दिया इस्तीफा।
संवैधानिक बाध्यता के चलते गोविंद राजपूत ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें भी तुलसी सिलावट के साथ ही कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी। वे सुर्खी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी हैं।