इंदौर : भाजपा कार्यालय पर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में बैठक व संगोष्ठी लेने वाले वक्ताओं की कार्यशाला संपन्न हुई।
संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा ने कार्यशाला में उपस्थित वक्ताओं से कहा कि जब तक हम स्वयं आत्मविश्वास के साथ खड़े नहीं होंगे, तब तक किसी की भी बात पर कन्फ्यूज होते रहेंगे। हम भारतीय जनता पार्टी के लोग राष्ट्रवादी हैं इसीलिये भाजपा में हैं। केवल राजनीति में होते तो किसी अन्य दल में होते। हम जिनकी प्रेरणा से काम करते है वे हमारे प्रेरणा स्त्रोत हैं। हम विश्वास के साथ जब लोगों के बीच में जाकर कहेंगे और समर्थन करेंगे तो लोग भी हमारे साथ होंगे। नेतृत्व हम सभी को करना है। हमसे जो अपेक्षा है उसे पूरा करना हमारा दायित्व है।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन अभियान को जनव्यापी और सर्वव्यापी बनाना है। यह कानून पाकिस्तान, बंगलादेश एवं अफगानिस्तान से धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आये अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करने का कानून है।
कार्यशाला में आर.एस.एस. विभाग संपर्क प्रमुख निशांत खरे ने विस्तारपूर्वक नागरिकता संशोधन कानून की जानकारी देते हुए कहा कि यह कानून मूल अधिनियम 1955 का संशोधन कानून है। पहले सी.ए.बी था अब सी.ए.ए. हो गया है। उक्त कानून के बारे में भ्रामक व त्रुटिपूर्ण जानकारी कांग्रेस और विरोधी दलों द्वारा दी जा रही है। देश के शांत वातावरण को बिगाड़ा जा रहा है। इस कानून के तहत 31 दिसम्बर 2014 या इससे पूर्व के सभी शरणार्थी जो पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के आधार पर भारत में आये है उन सभी को भारत की नागरिकता देने का यह कानून है।
श्री खरे ने 6 प्रकार से नागरिकता देने की भी जानकारी दी जिसमें जन्म अनुसार भारत का नागरिक हो, वंश के अनुसार, पंजीकृत नागरिक रजिस्ट्रेशन के अनुसार, प्राकृतिकरण के अनुसार, सीमा अधिग्रहण से तथा आसान संधि से नागरिकता दी जा सकती है। उन्होंने साफ कहा कि इस्लामिक देशों में रहने वाले मुस्लिम भी सामान्य प्रक्रिया से नागरिकता ले सकते हैं। मुस्लिम नागरिकता का प्रावधान इस बिल में नहीं है। क्योंकि इस्लामिक राष्ट्र से आने वाले कोई भी मुस्लिम धर्म आधारित प्रताड़ित होकर नहीं आते हैं।
पिछले पांच वर्षो में 567 मुस्लिम भाईयों को भारत सरकार ने नागरिकता दी है। यह अधिनियम एन.आर.सी. से बिल्कुल पृथक है। एन.आर.सी. से इस कानून का कोई संबंध नहीं है। आप सभी को संगोष्ठी और बैठकों में इस विषय को प्राथमिकता के साथ बताना है।
भाजपा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा ने कहा कि देशहित में मोदीजी कोई कार्य करें तो भी विरोधी यहीं कहते है कि यह देश के लिये घातक है। इनकी सोच ही देश के खिलाफ माहौल बनाने की हो गई है। लोगों को डराकर भगाना, देश में भ्रम की स्थिति पैदा करना इनका काम है। पूरा देश जानता है मोदीजी के विगत पांच वर्षो के कार्यकाल में किसी तरह का कोई घोटाला या भ्रष्टाचार नहीं हुआ। पूरी तरह साफ सुथरी सरकार चली। यह विरोधियों को पच नहीं रहा है। श्री नेमा ने कहा कि हम सबको वार्डो में, मोहल्लों में, समाज में संगोष्ठियां व बैठकें कर सभी को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में साथ चलने के लिये निवेदन करना है।
कार्यशाला में प्रमुख रूप से जयपालसिंह चावड़ा, गोपीकृष्ण नेमा, डॉ. निशांत खरे, उमेश शर्मा, डॉ. उमाशिश शर्मा, मुकेशसिंह राजावत, गोविन्द मालू, कमल वाघेला, सुमित मिश्रा, घनश्याम शेर, गणेश गोयल, जे.पी. मूलचंदानी, पुष्यमित्र भार्गव, सविता अखण्ड, हरिनारायण यादव, कल्याण देवांग, राजेश अग्रवाल, श्रेष्ठा जोशी, अंजू माखीजा, पदमा भोजे, आलोक दुबे, देवकीनंदन तिवारी, सूरज कैरो, अजयसिंह नरूका, श्रद्धा दुबे, रचना गुप्ता, दीपक जैन टीनू, राजेश आजाद, प्रकाश राठौर, प्रकाश पारवानी, चन्दू माखीजा, नारायण पटेल सहित सभी अपेक्षित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यशाला का संचालन सुमित मिश्रा ने किया एवं आभार सविता अखण्ड ने माना।
स्टीकर अभियान की शुरुआत।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यालय मंत्री ऋषिसिंह खनूजा ने बताया कि स्टीकर अभियान की शुरुआत नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए) के समर्थन में की गई है। खनूजा ने बताया कि ये स्टीकर इंदौर के प्रमुख चौराहों पर कार एवं दुपहिया वाहनों पर लगाए जाएंगे। इसकी शुरुआत वैष्णोधाम मंदिर से की गई। इस मौके पर
मुख्य रूप से विनोद खंडेलवाल, रवींद्र अजमानी, पिंकू छाबडा ,जीतू लीलानी, रानू अजमानी, अवतारसिंह टुटेजा, महिंद्रासिंह होरा सहित बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।