सीएम शिवराज ने की कोरोना से उत्पन्न हालात की समीक्षा,एसीएस सुलेमान को सौंपी इंदौर की जिम्मेदारी

  
Last Updated:  May 30, 2020 " 07:34 am"

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्था सुनिश्चित कर मृत्यु दर को कम करना है। हमारे लिए हर जान कीमती है। इलाज में थोड़ी भी चूक बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ एक-एक कोविड डैथ का एनालिसिस वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से करते हुए ये बात कही। सर्वप्रथम मेडिकल कॉलेज इंदौर के डीन एवं चिकित्सा विशेषज्ञ के साथ शहर में हुई कोविड मृत्यु का विस्तृत विश्लेषण किया गया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला, आयुक्त जनसंपर्क सुदाम पी. खाड़े आदि उपस्थित थे।

कहीं भी कम्युनिटी स्प्रैड की स्थिति न बने।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कहीं भी कम्युनिटी स्प्रैड की स्थिति न बने, इसके लिए सभी कलेक्टर्स गहन सर्वे, कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग, टैस्टिंग आदि के साथ ही संक्रमित क्षेत्रों में सख्ती से लॉकडाउन का पालन तथा अन्य सभी सावधानियां सुनिश्चित करें।

मध्यप्रदेश की मृत्यु दर 4.3 प्रतिशत

अपर मुख्य सचिव श्री सुलेमान ने बताया कि मध्यप्रदेश में कोरोना मृत्यु दर 4.3 प्रतिशत है, जबकि देश की मृत्यु दर 2.8 प्रतिशत है।

प्रवासी मजदूरों से संक्रमण न फैले।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रवासी मजदूरों से संक्रमण न फैले इस बात की पूरी सावधानी रखी जाए। उनका स्वास्थ्य परीक्षण तथा ठीक ढंग से क्वारनटाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। क्वारनटाइन सेंटर्स पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं हों। वहां आयसोलेशन के साथ ही शुद्ध भोजन, स्वच्छ जल, पंखे, शौचालय आदि की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित हो।

एक्टिव प्रकरणों में आई कमीं।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में एक्टिव प्रकरणों में कमीं आई है। 29 मई की स्थिति में 192 कोरोना के नए संक्रमित मरीज मिले, वहीं 219 मरीज स्वस्थ होकर घर गए। प्रदेश में एक्टिव केसेज की संख्या 3042 है। प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 56 प्रतिशत हो गया है। देश का रिकवरी रेट 42.8 प्रतिशत है।

उज्जैन का ट्रॉमा सेंटर तैयार।

एसीएस हेल्थ ने बताया कि उज्जैन का ट्रॉमा सेंटर कोविड अस्पताल के रूप में तैयार हो गया है। अमलतास अस्पताल देवास भी अनुबंधित कर लिया गया है।

3 वरिष्‍ठ अधिकारी रखेंगे इंदौर, उज्जैन, भोपाल पर विशेष नजर।

बैठक में निर्णय लिया गया कि इंदौर, उज्जैन एवं भोपाल की कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं पर 3 वरिष्ठ अधिकारी विशेष नजर रखेंगे। एसीएस हैल्थ मो. सुलेमान इंदौर की, प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई भोपाल की तथा प्रमुख सचिव संजय शुक्ला उज्जैन की व्यवस्थाओं पर विशेष नजर रखेंगे।

श्रेष्ठ उपार्जन कार्य के लिए बधाई।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में श्रेष्ठ उपार्जन कार्य के लिए संबंधित सभी अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 लाख मीट्रिक टन खरीदी के लक्ष्य से भी काफी अधिक 120 लाख 81 हजार मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन कर लिया गया है। खरीदी की सारी व्यवस्थाएं सुचारू हैं। यह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि 31 मई के बाद भी यदि कुछ खरीदी केन्द्रों पर खरीदी की आवश्यकता हो तो उन्हें चालू रखा जाए। प्रत्येक पंजीकृत किसान का गेहूँ खरीदा जाएगा।

स्वच्छ भारत मिशन में मध्यप्रदेश को 223 करोड़ की ग्रांट मिली।

एसीएस मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अच्छे कार्य के लिए विश्व बैंक द्वारा मध्यप्रदेश को 223 करोड़ रूपए की इन्सेंटिव ग्रांट दी गई है। उन्होंने बताया कि श्रम सिद्धी अभियान के तहत 4 लाख 18 हजर श्रमिकों को कार्य दिया गया है। मनरेगा के कार्यों में 81 प्रतिशत कार्य जल ग्रहण संबंधी कराये जा रहे हैं। गत वर्ष इनका प्रतिशत 66 था।

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