पटवारी और कांग्रेस के निशाने पर सुरजीत नहीं सिख समाज है – सुमित मिश्रा
इंदौर : शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह को प्रदेश कांग्रेस द्वारा निलंबन का शो कॉज नोटिस थमाए जाने के बाद इंदौर की राजनीति गरमा गई है। भाजपा नेता ने सुरजीत पर की गई कार्रवाई को सिख समाज के खिलाफ बताया है।
भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित मिश्रा ने एक बयान में कहा कि सिख समाज हमेशा कांग्रेस के निशाने पर रहता है। कांग्रेस सिख समाज से बदला लेने के बहाने ढूंढती है। सुरजीत सिंह चड्ढा के बहाने जीतू पटवारी और प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी राऊ में सिख समाज के वोट ना मिलने की खुन्नस निकाल रहे है।
राजनीतिक विरोध को शत्रुता का जामा पहना रही कांग्रेस।
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस राजनीतिक विचारधारा के विरोध को शत्रुता के स्तर पर ले जा रही है। कैलाश जी विजयवर्गीय ने एक दिन में 12 लाख 65 हजार पौधे लगवाकर इंदौर को विश्व पटल पर गौरवान्वित किया है। वे जानते थे कि कांग्रेस जनहित के इस वैश्विक यज्ञ में कोई सहयोग नहीं करेगी फिर भी उन्होंने बड़ा दिल रखा और सौजन्यतावश कांग्रेस कार्यालय उन्हें निमंत्रित करने गए। कांग्रेस को बताना चाहिए कि क्या उस दिन इंदौर में लगे 12 लाख 65 हजार पौधे सिर्फ भाजपा के लोगो को ऑक्सीजन देंगे ?
सुरजीत को सौजन्यता की दी जा रही सजा।
उन्होंने कहा कि सौजन्यता के जिस अपराध की सजा सुरजीत चड्ढा को दी जा रही है यदि वो अपराध है तो फिर सबसे पहले तो इसकी सजा सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को दी जानी चाहिए। 2015 में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी खुद सौजन्य भेंट के लिए तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष ताई के घर गई थी। यदि जीतू भाई और राजीव सिंह में साहस है तो उन्हें इस मुलाकात के लिए सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को भी नोटिस देना चाहिए।
मिश्रा ने कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य सिख समाज को अपमानित करना है और एक ऐसे भू माफिया को शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनवाना है जो पहले भी शहर अध्यक्ष बनने की दौड़ में था।