इंदौर : जीतू सोनी के साथी रहे नरेंद्र रघुवंशी के खुदकुशी मामले में नया खुलासा हुआ है। परिजनों ने सुसाइड से एक दिन पहले की नरेंद्र रघुवंशी की दिनभर की दिनचर्या की जानकारी उनके ड्राइवर से ली तो बड़ी बात ये सामने आई कि सुसाइड से एक दिन पहले नरेंद्र रघुवंशी ने 5 पेज का लेटर हाइकोर्ट जज के नाम से लिखा था। उस पत्र को इंदौर की DTDC कोरियर कंपनी के जरिए 6 जगह कोरियर किया था। जिसमें इंदौर के वकील विवेक सिंह और एक अन्य वकील के नाम से , mp के चीफ जस्टिस के नाम से जबलपुर , भोपाल cm हाउस , दिल्ली में मानव अधिकार आयोग व महिला आयोग और सुप्रीम कोर्ट शामिल हैं। 5 पेज के इस पत्र में नरेंद्र रघुवंशी ने हनी ट्रैप मामले में उलझाने सहित भोपाल के वल्लभ भवन में बैठे अधिकारियों के बारे में कई बातें लिखी हैं। हाई कोर्ट जज शैलेंद्र शुक्ला से पत्र के माध्यम से न्याय की गुहार लगाते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है साथ ही यह भी लिखा है कि मरता हुआ आदमी कभी झूठ नही बोलता। इंदौर में इस केस में फर्जी रूप से फंसाए गए 102 परिवारों को न्याय दिलाने की गुहार लगाई गई है ।
इस पत्र की एक कॉपी नरेंद्र रघुवंशी के परिवार जनों ने वकील विवेक सिंह से प्राप्त की।
सुसाइड से पहले नरेंद्र रघुवंशी ने जबलपुर हाईकोर्ट को भेजा था पत्र..?
Last Updated: October 31, 2020 " 10:15 pm"
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