इंदौर : शहर तथा उसके सार्वजनिक स्थलों को महिलाओं, बालिकाओं एवं बच्चों के लिए सुरक्षित बनाने की दृष्टि से सेफ सिटी कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य लड़कियों एवं महिलाओं को शहर में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना है ताकि वो सभी प्रकार की हिंसा के भय से मुक्त होकर जीवन जी सकें। सेफ सिटी कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभिन्न विभाग व सेक्टर्स के साथ मिलकर कार्यक्रम की रणनीति एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन रवीन्द्र नाट्यगृह में किया गया। इस कार्यशाला में कलेक्टर मनीष सिंह, आईजी हरिनारायणचारी मिश्र, जिला पंचायत के सीईओ हिमांशु चन्द्र, स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ अदिति गर्ग, अपर कलेक्टर मयंक अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिलास्तरीय इस प्रशिक्षण और कार्यशाला में विभिन्न्न विभागों के अधिकारी और स्टाफ के साथ-साथ स्वयंसेवी संगठनों, सिविल सोसाइटी के सदस्य, स्कूल/कॉलेज के प्रोफेसर, प्रिंसिपल, स्पोर्ट्स ऑफिसर, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट गाइड, रेडक्रास आदि के सदस्य मौजूद थे।
कार्यक्रम में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप सेफ सिटी कार्यक्रम का प्रभावी और परिणाममूलक क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। कार्यक्रम की सभी गतिविधियाँ निर्धारित समयबद्ध कार्यक्रम के अनुरूप हों।
सेफ सिटी कार्यक्रम में इंदौर भी शामिल।
बताया गया कि प्रदेश में सेफ सिटी कार्यक्रम के तहत इंदौर का भी चयन किया गया है। इंदौर सहित प्रदेश के भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, छतरपुर एवं छिंदवाड़ा में इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। महिला-बाल विकास विभाग इस कार्यक्रम के नोडल विभाग के रूप में कार्य कर रहा है। यह विभाग गतिविधियों के नियोजन, क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएगा।
सेफ सिटी कार्यक्रम का लक्ष्य व मुख्य उद्देश्य शहरों और सार्वजनिक स्थलों को सुरक्षित रूप से विकसित करना है ताकि हर उम्र ,समुदाय की लड़कियों और महिलाएं सभी प्रकार की हिंसा के भय से मुक्त होकर उनका उपयोग कर सके। शिक्षा ,स्वास्थ्य ,प्रशिक्षण,रोजगार जैसी बुनियादी सेवाओं तक उनकी पहुँच सुनिश्चित हो और वे सशक्त और स्वावलम्बी जीवनयापन कर सके। यह एक बहुआयामी और बहुस्तरीय कार्यक्रम है जिसमें विभिन्न शासकीय विभाग पुलिस ,परिवहन ,नगरीय प्रशासन एवं विकास ,स्मार्ट सिटी मिशन ,स्कूल ,उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास प्रशिक्षण ,पर्यटन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के साथ ही समुदाय स्तर पर नागरिक संस्थाएं ,व्यापारिक और सामाजिक संगठन ,शैक्षणिक संस्थानों, समूहों तथा शौर्य दल की महिलाएं और बालिकाएं शामिल हैं।
वर्ष 2021 -22 की थीम सेफ सिटी कार्यक्रम की वार्षिक थीम “लड़कियों और महिलाओं के प्रति सम्मानपूर्वक नज़रिये एवं व्यवहार देना तथा छेड़छाड़ मुक्त शहर का निर्माण” करना है। इस वर्ष सर्वप्रथम छेड़छाड़ उन्मूलन पर वृहद स्तर पर कार्य किया जाएगा। चयनित शहरों में व्यापक रूप से शहर के सार्वजनिक स्थलों जैसे बस स्टॉप ,मोहल्ले ,मार्किट,लोक परिवहन के साधनों आदि को भयमुक्त बनाने के लिए कार्य किया जाएगा। इसके तहत शहर में हॉट स्पॉट का चिन्हांकन ,सी आर पी का चयन और प्रशिक्षण ,जिला मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण, बाल संरक्षण समिति की सहभागिता ,चयनित हॉटस्पॉट पर समुदाय में संवाद कार्यक्रम एवं प्राथमिक सर्वे का कार्य किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के लोगों द्वारा सुझाव दिया गया कि शहर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पिंक आर्मी का गठन किया जाए कलेक्टर मनीष सिंह और आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने इसकी स्वीकृति देते हुए कहा कि शहरी क्षेत्र के सभी थानों में जल्द ही पिंक आर्मी का गठन विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की महिलाओं की मदद से किया जाएगा कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि मूक बधिर महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए परदेसी पुरा क्षेत्र स्थित सामाजिक न्याय परिसर में वन स्टॉप सेंटर स्थापित किया जाएगा।