सोनिया गांधी ने दी मिलकर काम करने की नसीहत।
🔹प्रवीण कुमार खारीवाल🔹
भोपाल : कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता एक बार फिर काम पर लग गए हैं। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह और प्रभारी महासचिव रणदीपसिंह सुरजेवाला ने प्रचार अभियान को भी अंतिम रूप दिया। कुछ सीटों पर टिकट वितरण को लेकर चल रही रस्साकशी रविवार को समाप्त हो गई।
सोमवार को नई दिल्ली प्रवास के दौरान दोनों बड़े नेताओं ने सोनिया गांधी से सौजन्य मुलाकात की। श्रीमती गांधी ने प्रदेश के सभी नेताओं को मिल-जुलकर भाजपा से मुकाबले की नसीहत दी। इसके पहले रविवार को कमलनाथ के बंगले पर चली लम्बी बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने अपने प्रभाव वाली अनेक सीटों पर नाराज प्रत्याशियों को नाम वापसी के लिए तैयार कर लिया। उधर, प्रभारी महासचिव रणदीपसिंह सूरजेवाला ने भी अधिकांश जिलों से नाराज नेताओं को भोपाल बुलाकर नाम वापसी के लिए सहमत किया। कुछ प्रत्याशी सूरजेवाला और सिंह की बात से सहमत हुए तो कुछ कमलनाथ से भविष्य में बेहतर पद का वादा लेकर माने।
सोमवार रात नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े ने चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। प्रभारी महासचिव सुरजेवाला और दोनों बड़े नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि अधिकांश सीटों पर नाराज नेताओं को मना लिया गया है। कांग्रेस नेतृत्व ने बताया कि उनकी सूचनाओं के मुताबिक मप्र में बीजेपी से बेहद करीबी मुकाबला है इसलिए कड़ी मेहनत और सतर्कता से काम किया जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को स्टार प्रचारकों के रोड शो, मीडिया पब्लिसिटी कैम्पेन, आऊटडोर कैम्पेन और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया। मंगलवार सुबह विशेष विमान से कमलनाथ, सिंह और सुरजेवाला विभिन्न मुद्दों और रणनीति पर मंथन करते हुए एक साथ भोपाल लौंटे।
गांधी और खडग़े के रोड़ शो।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के मध्यप्रदेश दौरों के जवाब में कांग्रेस भी अपने आला नेताओं को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में ला रही है। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वडेरा के रोड़ शो एवम सभाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है। प्रयास किए जा रहे हैं कि तीनों नेताओं के मध्यप्रदेश के अधिकांश संभागों में दौरे करवा लिए जाएं। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नेताओं की छोटी सभाएं और प्रेस कांफ्रेंस भी आयोजित की जा रही हैं।