राजवाड़ा चौक में मंत्री विजयवर्गीय सहित पोहा के मुरीदों का लगा जमावड़ा।
नाश्ते में इंदौर का सबसे प्रमुख खाद्य पदार्थ है पोहा।
इंदौर : इंदौर के बाशिंदों का सबसे प्रिय नाश्ता अगर कोई है तो वह लजीज पोहा है। बीते कई दशकों से इसका स्वाद लोगों की जुबान पर रचा – बसा है। बताया जाता है कि प्रशांत रेस्टोरेंट के संचालक अन्ना जोशी और उनके भाई दत्ता जोशी ने 60 के दशक में पोहे के स्वाद से इंदोरियों को रूबरू कराया था। शहर के बाशिंदों को यह इतना भाया कि सुबह के नाश्ते का प्रमुख खाद्य पोहा बन गया। पोहा के साथ सेंव, प्याज,धनिया,जीरावन और नींबू का कॉम्बिनेशन इसके स्वाद में चार चांद लगा देता है। समय के साथ जलेबी भी एक तरह से पर्यायवाची बन गई। पीढ़ियां गुजर गई पर पोहा इंदौरियों की पहली पसंद बना हुआ है। यही कारण है कि शुक्रवार को विश्व पोहा दिवस इंदौर में जोर – शोर से मनाया गया।कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला सहित कई नेता, समाजसेवी, रेस्टोरेंट संचालक,गणमान्य नागरिक और पोहे के शौकीन राजवाड़ा चौक पहुंचे और स्वादिष्ट इंदौरी पोहे का लुत्फ उठाया।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस मौके पर कहा कि लजीज खान – पान में भी इंदौर का कोई मुकाबला नहीं है। पोहा इंदौर की खास पहचान बन गया है। इसे हमें वैश्विक स्तर पर पहुंचाना है। इंदौर हर क्षेत्र में अव्वल बनें यही हमारी कोशिश है।
बता दें कि सादा पोहा के साथ उसल पोहा भी यहां चाव से खाया जाता है। एक अनुमान के अनुसार प्रतिदिन करीब 100 क्विंटल पोहा की इंदौर के स्वाद शौकीन नाश्ते में चट कर जाते हैं।