पातालपानी नवतीर्थ के रूप में होगा विकसित, बोले सीएम शिवराज, टंट्या मामा की कांस्य प्रतिमा का किया अनावरण

  
Last Updated:  December 4, 2021 " 10:25 pm"

इंदौर : राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को पातालपानी में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर उनकी कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने यहाँ कालका मंदिर में पूजा-अर्चना कर पौध-रोपण भी किया। कार्यक्रम में जननायक टंट्या मामा के वंशजों का स्वागत और अभिनंदन भी किया गया।

नवतीर्थ के रूप में विकसित होगा पातालपानी।

मुख्यमंत्री चौहान ने इस मौके पर कहा कि जननायक टंट्या मामा ने शोषण और अन्याय के खिलाफ अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में महती भूमिका निभाई। अंग्रेजों ने टंट्या मामा को पकड़ने के लिए अलग से टंट्या पुलिस भी बनाई थी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसे वीर बलिदानी महापुरुष की कर्म-स्थली पातालपानी को
4 करोड़ 55 लाख रुपए की लागत से नवतीर्थ स्थल बनाया जाएगा।यहाँ आराधना और ध्यान केंद्र बनाया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ उनकी वीरता की उपासना कर सके। इसी के साथ जनजातीय म्यूजियम और जननायक टंट्या मामा वाटिका भी बनेगी। अब पातालपानी में हर वर्ष 4 दिसम्बर को जननायक टंट्या मामा के बलिदान दिवस पर मेला आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब प्रदेश में गरीबों और जनजातीय वर्ग की जिंदगी बदलने का अभियान केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चलाएगी।

शहीद किसी भी समाज का हो स्मारक बनाए जाएँगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुरूप शहीदों के स्मारक बनाए जाएँगे। प्रदेश में शहीद किसी भी समाज का क्यों न हो, उनके स्मारक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बड़ौद अहीर की धरती को प्रणाम करता हूँ, जहाँ टंट्या मामा ने जन्म लिया था। आज मेरे मन में बहुत संतोष है कि पातालपानी में जननायक टंट्या मामा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। जनजातीय नायकों ने देश के लिए जो किया उसका कर्जा उतारने की कोशिश कर रहा हूँ। हमने तय किया है कि जननायक टंट्या मामा की कर्म-स्थली पातालपानी को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करेंगे। इसी क्रम में आज यहाँ पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल जनजातीय वर्ग के हैं और उनके द्वारा गाँव और जंगलों में जाकर जनजातीय वर्ग के हितों को देखा जा रहा है।

टंट्या मामा के वंशजों का हुआ सम्मान।

राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री चौहान ने जननायक टंट्या मामा के वंशजों और परिजन हीरालाल सिरसाठे, ललिता बाई, दरियाव, रेशम बाई वासुदेव, छोगालाल सिरसाठे, रेखा बाई सिरसाठे, राधूलाल और सुंदर बाई का शॉल, श्रीफल और मोतियों की माला पहनाकर सम्मान किया। पातालपानी जनसेवा समिति के सदस्यों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को जननायक टंट्या मामा का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी.शर्मा, सांसद छतर सिंह दरबार, जन-प्रतिनिधि, जनजातीय समाज के प्रतिनिधि व अधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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