इंदौर : बीएम फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की क्रूरतम घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। इस हृदयविदारक हादसे से शिक्षा जगत स्तब्ध और दु:खी है। इस अत्यंत दुखद घटना से आहत प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट के छात्र- छात्राओं ने रविवार शाम मधुमिलन चौराहे से रीगल तिराहे तक मौन कैंडल मार्च निकाला।
स्व. श्रीमती शर्मा को अर्पित किए श्रद्धासुमन।
पीआईएमआर के शिक्षकों और छात्रों ने गांधी प्रतिमा पर पहुंचकर स्व विमुक्ता शर्मा के चित्र के समक्ष भी मोमबत्तियां रोशन की और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की गई।
नारी के सम्मान की रक्षा हो, स्व. विमुक्ता शर्मा को न्याय मिले।
प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट की प्रोफेसर सतनाम कौर उबेजा ने इस मौके पर कहा कि विमुक्ता शर्मा के साथ हुई वहशी घटना गुरु – शिष्य परंपरा को कलंकित करने वाली है।। ये नारी के सम्मान और अस्मिता पर भी हमला है। हम दुःख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ हैं। हम चाहते हैं कि विमुक्ता जी को न्याय मिले और उस दरिंदे को ऐसी कड़ी सजा मिले जो मिसाल बनें।
ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
व्याख्याता मोहित सुराना ने कहा कि बीएम फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्या विमुक्ता शर्मा के साथ घटी घटना बेहद निंदनीय है। हम इस मौन कैंडल मार्च के माध्यम से यही संदेश देना चाहते हैं की आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।
आरोपी दरिंदे को कठोरतम दंड मिले।
संस्थान के छात्रों ने कहा कि भारत गुरु- शिष्य परंपरा का संवाहक रहा है। इंदौर गौरवशाली और शांतिप्रिय शहर के रूप में जाना जाता है यहां प्राचार्या विमुक्ता शर्मा को जिंदा जलाने जैसी घटना से वे बेहद स्तब्ध और दु:खी हैं। मौन कैंडल मार्च के जरिए हम इस घटना की भर्त्सना करते हैं और मांग करते हैं कि आरोपी दरिंदे को कठोरतम दंड मिले।
कैंडल मार्च में पीआईएमआर के डायरेक्टर्स, एचओडी, फैकल्टी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल हुए।