इंदौर : आईडीए पर सड़क की चौड़ाई कम करने और नाले को संकरा करने का आरोप लगा है। बताया जाता है कि वेलोसिटी टॉकीज के समीप आईडीए ने मास्टर प्लान में प्रस्तावित 30 मीटर की सड़क को सीधे 12 मीटर कर दिया और 12 मीटर के नाले को 6 मीटर में बदल दिया। इस हेरफेर में जो जगह निकल रही है उस पर व्यवसायिक दुकाने बनाने का काम प्रारंभ कर दिया। हालांकि क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया और पूर्व पार्षद संजय कटारिया के हस्तक्षेप के बाद प्राधिकरण को यह काम रोकना पड़ा।
मास्टर प्लान में है 30 मीटर की सड़क।
मास्टर प्लान और आईडीए की स्कीम में वेलोसिटी के पास की यह सड़क 30 मीटर की प्रस्तावित की गई है। इस रोड से लगभग 25 कालोनियों के लोगों का आवागमन होता है। प्राधिकरण ने इस सड़क को लेआउट में सिर्फ 12 मीटर की कर दिया है। वही मालू वन की बाउंड्री वॉल से लगे हुए 12 मीटर के नाले को 6 मीटर का बनाया जा रहा है। यहां एनजीटी की गाइड लाइन का भी पालन नहीं किया गया। बरसात के समय खजराना बड़ले के नीचे की कॉलोनी क्षेत्र का पूरा पानी इसी नाले से होकर गुजरता है। नाला संकरा होने पर बरसात के समय यहां स्थित कई बस्तियों में पानी भरने की आशंका है। क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया और क्षेत्रीय पूर्व पार्षद संजय कटारिया ने इसे लेकर आपत्ति ली। तब इंदौर विकास प्राधिकरण के सीईओ विवेक श्रोत्रीय ने तुरंत काम रोकने के लिए कहा। बताया जाता है कि इस नक्शे को कांग्रेस शासनकाल में रिवाइज कर व्यावसायिक दुकानें बनाने का प्रस्ताव किया गया था।
बस्तियों में भर सकता है पानी।
पूर्व पार्षद श्री कटारिया ने बताया कि यहां नाले को संकरा करने से कई कॉलोनियों में बारिश में पानी भरने की आशंका है। साथ ही सड़क संकरी होने से लोगों के आवागमन में काफी परेशानी आएगी। उन्होंने कहा कि सड़क की चौड़ाई को किसी भी कीमत पर कम नहीं करने दिया जाएगा।