इंदौर : महात्मा गांधी का 150वां जन्मदिवस शहरवासियों खासकर स्कूली बच्चों के लिए यादगार रहा। एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल में बापू के जीवन से जुड़ी बेहद दुर्लभ वस्तुओं को आमजनों के लिए संजोया गया। जिससे शहरवासियों को राष्ट्रपिता के जीवन और सादगी के बारे में करीब से जानने का मौका मिला।
प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि रोहित खन्ना, विशाल वर्मा और प्रिंसेस आलिया ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल के निदेशक मुक्तेश सिंह ने की। स्कूल के प्राचार्य सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि बापू के बारे में सभी ने बहुत कुछ पढ़ा और सुना है, लेकिन हमारा उद्देश्य नौजवान पीढ़ी को उनके बारे में बताना है। इसलिए श्री खन्नाा के सहयोग से ऐसी दुर्लभ वस्तुओं को यहां प्रदर्शित किया गया है। यहां महात्मा गांधी द्वारा शुरु की गई पत्रिका ‘हरिजन” का 1947 का दुर्लभ अंक, 1940 में बनी उनके चरखे की प्रतिकृति सहित कई दुर्लभ वस्तुओं को देखने का मौका मिलेगा। जितनी वस्तुएं यहां हैं सबकी अपनी कहानी है। यह प्रदर्शनी लगाने वाले श्री खन्ना पिछले 17 सालों से अलग-अलग जगहों पर घूमपर पुरातात्विक महत्व की वस्तुएं इकट्ठा कर रहे हैं। अपनी जानकारी वे बच्चों के साथ बांटना चाहते हैं ताकि वे भारत के गौरवशाली इतिहास के बारे में जान सकें।
महात्मा गांधी से जुड़ी दुर्लभ वस्तुएं :
1. महात्मा गांधी के दुर्लभ फोटो, पोस्ट कार्ड और स्टाम्प टिकट का संग्रह।
2. 1940 में बना बापू का चरखा।
3. बापू के चरखे का छोटा प्रारूप।
4. महात्मा गांधी के फोटो के साथ उनकी छह पुरातन पुस्तकें।
5. महात्मा गांधी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले स्याही के 6 पेन।
6. महात्मा गांधी द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली तीन तरह की पॉकेट घड़ियां।
7. बापू का ब्रास से बना छोटा स्टेचू ।
8. महात्मा गांधी की लकड़ी से बनी खड़ाऊ।
9. चांदी से रंगी बापू की 1 फीट ऊंची अर्धप्रतिमा।
10. एक जोड़ खादी के कपड़े।
11. बापू का दो फीट ऊंचा दुर्लभ फोटो।
12. महात्मा गांधी का दो फीट ऊंचा डिस्पले बोर्ड।
13. नारियल से बनी कलाकृतियां।
14. प्राचीन टोकन और सिक्के।