इंदौर : एरोड्रम थाना क्षेत्र की हायलिंक सिटी में सी.ए. के घर हुई सनसनीखेज डकैती की वारदात का इंदौर पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
गिरोह का सरगना पिण्टू फरियादी का का सगा भतीजा निकला। उसी ने गिरोह के साथ मिलकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।वारदात करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी बदमाश बाग टाण्डा जिला धार के निवासी हैं। आरोपियों के कब्जे से सोने के जेवरात अंगूठी, चूड़ी, चेन आदि सामान बरामद किया गया है।
डीआईजी मनीष कपूरिया ने पत्रकार वार्ता के जरिए यह जानकारी दी। एसपी पश्चिम महेशचंद्र जैन और एसपी मुख्यालय अरविंद तिवारी भी इस दौरान मौजूद रहे।
डीआईजी कपूरिया ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने एक अन्य सूने घर में ताला तोड़कर नकबजनी की वारदात भी की थी। आरोपी 02 चार पहिया वाहनों में सवार होकर आये थे।
वारदात से पूर्व आरोपियों ने घटनास्थल के आसपास रैकी की थी। हथियारों से लैस गिरोह के सदस्यों ने परिवार से मारपीट कर लुटपाट की थी।
डीआईजी कपूरिया ने बताया कि सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने और कई संदिग्धों से पूछताछ करने के बाद पुलिस को आरोपियों के बारे में सुराग मिले थे, उसी के आधार पर जांच को आगे बढाते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई।
9 दिन पूर्व हुई थी वारदात।
आपको बता दें कि एरोड्रम थाना क्षेत्र की हाइलिंक सिटी में 30-31 जनवरी की मध्यरात्रि को अज्ञात बदमाशों ने सी.ए. के घर हमला किया। हथियारों से लैस बदमाशों ने परिजनों को डरा धमका व मारपीट कर जेवरात और नकदी लूट लिए थे। आरोपियों ने उसी रात एक अन्य सूने घर का भी ताला तोड़कर नकदी व सोने के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया था।
दोनों वारदातों के आरोपियों का पता लगाकर उन्हें पकड़ने की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को सौंपी गई। क्राइम ब्रांच ने दोनों वारदातों से संबंधित क्षेत्र के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियां घटनास्थल के आसपास के क्षेत्रों में नजर आयी। दोनों घटनास्थल के आसपास समान हुलिए के लोग दिखाई दे रहे थे।
प्रथम दृष्टया फुटेज देखकर पुलिस टीम ने अनुमान लगाया कि वारदात करने वाला एक शातिर गिरोह है जो संभवतः जिला धार के बाग व टाण्डा क्षेत्र का हो सकता है। फुटेज के आधार पर टीम ने मुखबिरों को सक्रिय करते हुये कड़ी से कड़ी जोड़कर सुराग हासिल किए। इस कवायद में पुलिस टीम को सूचना मिली कि कुछ लोग जेवरात व नकदी बांटने के लिये नावदा पंथ के पास एकत्रित होने वाले हैं। सूचना के आधार पर थाना एरोड्रम और क्राइम ब्रांच इंदौर की संयुक्त टीम ने स्थानीय स्तर पर घेराबंदी की योजना बनाई। जहां आरोपीगण एकत्रित होने वाले थे, वहां अलग अलग वेश भूषा में सिपाहियों को तैनात कर दिया गया। जैसे ही आरोपीगण एकत्रित होकर माल मश्रूका बांटने के लिये बातचीत करने लगे, वहां तैनात पुलिस टीम ने 5 आरोपियों को धर- दबोचा।पकड़े गए आरोपियों के नाम
- पिण्टू उर्फ अभिषेक जैन पिता दिनेष जैन उम्र 32 वर्ष निवासी सदर बाजार टाण्डा जिला धार।
- मंगु पिता जुवान सिंह निवासी पिपरानी जिला धार।
- रमेष पिता केसु अलावा निवासी ग्राम पिपरानी जिला धार। 4. मुकाम पिता जुवान सिंह निवासी दूधिया फालिया, टांडा जिला धार और
- रविन्द्र उर्फ रवि पिता नवल सिंह उम्र्र 22 वर्ष निवासी बुधिया फाला थाना टांण्डा जिला धार बताए गए हैं। तलाशी लेने पर आरोपियों के कब्जे से 01 सोने की अंगूठी, 01 सोने की चेन और 01 सोने की चूड़ी बरामद हुई। आरोपियों से की गई आरंभिक पूछताछ में उन्होंनें उपरोक्त बरामद मश्रूका थाना एरोड्रम में सी0ए0 के घर से लूटना कबूला। पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर उनसे पृथक पृथक आरंभिक पूछताछ की। आरोपियों ने डकैती की घटना के बाद एक सुने मकान का ताला तोड़कर चोरी करना भी कबूला।
सगी बुआ के घर डाली डकैती।
आरोपी पिण्टू इस गैंग का सरगना है। उसने अपने साथियों के साथ जिस घर में डकैती डाली वह उसकी सगी बुआ का घर है।उसे घर के बारे में पूरी जानकारी थी कि कहां कितना माल है? और घर में कौन कौन सदस्य है? अतः उसने घटना करने की नियत साथी मंगू के साथ मिलकर वारदात से 3-4 दिन पूर्व रैकी की। इस दौरान उसे यह भी ज्ञात हुआ कि बुआ के घर के पास एक अन्य घर है, जिसके परिजन किसी समारोह में बाहर गये हैं। घर सूना पड़ा है। अतः सरगना पिण्टू और मंगू ने वहां की भी रैकी की। बाद में योजना के मुताबिक अपने गिरोह के लगभग दर्जन भर सदस्यों के साथ आई-10 और बोलेरो से वह इंदौर आए। उन्होंने फालिया और लोहे की राॅड का उपयोग कर ताले तोड़े और हथियार व चाकू तलवारों से लैस होकर घर में धावा बोल दिया। पिंटू व उसके साथियों ने घर के सदस्यों से मारपीट कर नकदी व कीमती सामान लूट लिया। गिरोह ने सूने घर का ताला तोड़कर वहां भी लूटपाट की और भाग निकले।
फिलहाल गिरोह के 5 सदस्य पुलिस की गिरफ्त में आए हैं।आरोपी पिण्टू किराने की दुकान चलाता है। आरोपी मंगू शासकीय विधालय में अतिथि षिक्षक है जबकि आरोपी रमेश ड्राईवर हैै। आरोपी मुकाम पिता जुवान की किराने की दुकान है तथा आरोपी रविन्द्र की कपड़े की दुकान है।
आरोपी पिण्टू ने बताया कि वारदात की योजना उसने ही बनाई थी तथा सभी साथियों को बताया था कि उसके रिश्तेदार बुआ के यहां अच्छा जेवर व नगदी माल है, जहां लूटपाट करने पर मोटी रकम सबके हाथ लग सकती है इस पर रैकी करने के बाद आरोपी 02 चार पहिया वाहनों में सवार होकर इंदौर आए। सबने शराब पी और नशे में वारदात को अंजाम दिया।गिरोह का सरगना पिंटू धार व अन्य जिलों में बड़े स्तर पर जुआ खेलने का आदी है। कर्ज होने के चलते उसने वारदात को अंजाम दिया जाना बताया।
वारदात में शामिल अन्य बदमाशों की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। गिरफ्तार आरेापियों का पुलिस रिमाण्ड लेकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।