सम्मान स्वरूप शॉल, श्रीफल, मानपत्र और एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि की जाएगी भेंट।
इंदौर : श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति 1910 से हिंदी भाषा और साहित्य की सेवा में समर्पित है। समिति द्वारा 2011 से हिंदी साहित्यकारों के लिए शताब्दी सम्मान का सिलसिला शुरू किया गया है। पहले प्रादेशिक स्तर पर दिया जाने वाला यह सम्मान अब अखिल भारतीय स्तर पर दिया जाने लगा है।
इन्हें दिया जाएगा इस वर्ष का शताब्दी सम्मान।
मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति के प्रधानमंत्री प्रो. सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी, संयोजक सूर्यकांत नागर और प्रचार मंत्री अरविंद ओझा ने बताया कि इस वर्ष के शताब्दी सम्मान के लिए जम्मू कश्मीर के साहित्यकार अग्निशेखर और भोपाल के डॉ. देवेंद्र दीपक का चयन किया गया है। दोनों साहित्यकारों को सम्मान स्वरूप शॉल, श्रीफल, मानपत्र और एक – एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि भेंट की जाएगी। निकट भविष्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुख्य आतिथ्य में समारोह आयोजित कर ये सम्मान प्रदान किए जाएंगे।
समिति पदाधिकारियों ने बताया कि अभी तक शताब्दी सम्मान से डॉ. आनंदप्रकाश दीक्षित, डॉ.रामदरश मिश्र, डॉ. प्रभाकर श्रोत्रिय, जी गोपीनाथन, डॉ. प्रभातकुमार भट्टाचार्य, डॉ. विजय बहादुर सिंह, डॉ. कमल किशोर गोयनका, डॉ. रमेशचंद्र शाह, श्री बलराम, चित्रा मुदगल, डॉ. दामोदर खडसे, प्रो. रमेश दवे, ज्योत्सना मिलन, डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी, डॉ. श्यामसुंदर दुबे, डॉ. जयकुमार जलज, श्री शिवनारायण, डॉ. कृष्णा अग्निहोत्री, मालती जोशी, बी एल आच्छा और राजकुमार कुंभज को नवाजा गया है।