छात्र राजनीति से मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का तय किया सफर।
संगठन और संघ में कई दायित्वों का किया निर्वहन।
इंदौर : बीजेपी के तमाम दिग्गजों को पीछे छोड़कर मप्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होनेवाले मोहन यादव संभवतः 13 दिसंबर को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण करेंगे।वे उज्जैन के दूसरे ऐसे विधायक हैं जो मुख्यमंत्री बने हैं। इसके पूर्व उज्जैन उत्तर से विधायक निर्वाचित हुए स्व. प्रकाशचंद्र सेठी 1972 से 1975 तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे थे।
संगठन में लंबे समय तक काम कर चुके हैं मोहन यादव।
प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए गए मोहन यादव ने छात्र राजनीति से लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक लंबा सफर तय किया है। वे सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्यक्ष बनें। सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख रहे। सन् 1988 में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बनें। 1989-90 में उन्हें परिषद में प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद का राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव सन् 1993-95 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खण्ड कार्यवाह और बाद में 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह का दायित्व संभाला। सन् 1997 में वे भा.ज.यु.मो. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य मनोनीत हुए।सन् 1998 में पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य बनाए गए। सन् 1999 में भा.ज.यु.मो. के उज्जैन संभाग प्रभारी की जिम्मेदारी संभाली।
श्री यादव सन् 2000-2003 में विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की कार्य परिषद के सदस्य रहे। सन् 2000-2003 में ही भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य रहे। सन् 2004 में सिंहस्थ, मध्यप्रदेश की केन्द्रीय समिति के सदस्य बनाए गए। सन् 2004-2010 तक उन्होंने उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री दर्जा) के पद को सुशोभित किया। सन् 2008 में भारत स्काउट एण्ड गाइड के जिलाध्यक्ष बनें।
2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा) रहे। भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे। सन् 2013-2016 तक मोहन यादव ने भा.ज.पा. के अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक का दायित्व निभाया।
उज्जैन के समग्र विकास हेतु उन्हें अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा
महात्मा गांधी पुरस्कार से नवाजा गया। इस्कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया।मध्यप्रदेश में पर्यटन के निरंतर विकास हेतु सन् 2011-2012 एवं 2012-2013 में राष्ट्रपति द्वारा वे पुरस्कृत हुए।
2013 में पहली बार बनें विधायक।
मुख्यमंत्री मोहन यादव सन् 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण से विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। सन् 2018 में दूसरी बार निर्वाचित होने के बाद दिनांक 2 जुलाई,. 2020 को शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बने।
2023 में तीसरी बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद वे बीजेपी विधायक दल की बैठक में सर्वानुमति से मुख्यमंत्री चुने गए।