वैंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में 14 से 20 जून तक मनाया जाएगा ब्रह्मोत्सव और रथयात्रा महोत्सव

  
Last Updated:  June 12, 2023 " 05:54 pm"

13 जून को सायंकाल में होगा विश्वकसेन पूजन।

14 जुन को ध्वजारोहण के साथ होगा श्री ब्रम्होत्सव का शुभारम्भ, श्री रामानुज स्वामी जी की निकेलगी सवारी।

15 जुन को भगवती श्री महालक्ष्मी का महाभिषेक व सामूहिक कुमकुम अर्चना।

16 जुन को भगवान श्री वेंकटेश का महाभिषेक, छत्रीबाग में निकलेगी छोटी रथयात्रा।।

17 जून को वसंतोत्सव – तिरुपावडा उत्सव देवस्थान में होगा।

18 जून को प्रभु वेंकटेश का कल्याण उत्सव, विवाहोत्सव होगा।

जोधुपर के गोवत्सल श्री राधाकृष्ण महाराज पेश करेंगे प्रभु के भजन।

परकाल स्वामी की लीला का दर्शन लाइट शो के माध्यम से होगा।

19 जून को मनोहारी पुष्प बंगला में होंगे प्रभु वेंकटेश के अनुपम दर्शन।

20 जुन को भारत की तीसरी गौरवशाली रथयात्रा देवस्थान से नगर भ्रमण पर निकलेगी।

रजत रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देंगे प्रभु वेंकटेश।

इंदौर :श्रीमद जगद्गुरु रामानुजाचार्य, नागोरिया पीठाधिपति
स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के मंगला शासन में श्री ब्रम्होत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव का आयोजन 14 जुन से 20 जुन 2023 तक श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग पर किया जा रहा है।

ट्रस्ट के मंत्री रवींद्र धूत, ब्रम्होत्सव समिति के सत्यनारायण शर्मा, पुखराज सोनी, केदार मल जाखेटिया,कैलाश मुंगड,राजू शाह, भरत तोतला, सुमित मंत्री
पुष्प माहेश्वरी,सुनील अग्रवाल ,भय्य्या प्रदीप राठी, रंगेश बियाणी अशोक डागा, बालकिशन सिंगी,महेंद्र नीमा और पंकज तोतला ने बताया कि देवस्थान पर होने वाले सात दिवसीय ब्रह्मोत्सव एवम रथयात्रा महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

14 जुन ध्वजारोहण के साथ होगा महोत्सव का शुभारंभ।

श्री ब्रम्होत्सव का शुभारंभ ध्वजारोहण के साथ होगा। दक्षिण से पधारे भट्टर स्वामी की टीम के द्वारा वहां की परंपरा के अनुसार देवस्थान स्थित स्वर्ण खम्ब पर गरुड़ भगवान का ध्वज चढ़ाकर प्रार्थना की जाएगी कि यह सात दिवसीय उत्सव सानंद सम्पन्न हो।

ध्वजारोहण नागोरिया पीठाधिपति स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज द्वारा सम्पन्न किया जाएगा। इस अवसर पर श्रीरंगम से आए नादस्वरम वाद्ययंत्र गोविंदा गोविंदा की मधुर धुन गुंजायमान करेंगे।

15 जुन को भगवती श्री महालक्ष्मी का महाभिषेक।

15 जून को प्रातः काल मे ॐ श्री श्रियै नमः के मंत्रोच्चार के साथ भगवती श्री महालक्ष्मी की कुमकुम अर्चना होगी। स्वर्ण पुष्प,रजत पुष्प,रजत तुलसी,केशर व सभी प्रकार के पुष्पो द्वारा भी 1008 नामों से अर्चना होगी। इस दिन विशेष रूप से रजत कलश जिनमे दूध,दही, घी,शकर, इत्र,चंदन,पवित्र नदियों का जल, सुगंधित द्रव्य पदार्थ से भगवती श्री महालक्ष्मी का महाभिषेक होगा।

16 जून को भगवान श्रीवेंकटेश का महाभिषेक होगा, छत्रीबाग में निकलेगी छोटी रथयात्रा।

महोत्सव में इस दिन प्रातः काल प्रभु वेंकटेश का तिरुमंजन अभिषेक रजत कलशों की सहस्रधारा से किया जाएगा।
साथ ही संत सभा का आयोजन होगा। रात्रि में प्रभु वेंकटेश की छोटी रथयात्रा छत्रीबाग में भक्तों को दर्शन देने पूरे लवाजमें के साथ भ्रमण पर निकलेंगी।

17 जुन को वसंतोत्सव – तिरुपावडा उत्सव देवस्थान में होगा।

वसंतोत्सव में प्रभु वेंकटेश का चंदन पावडर ओर हल्दी आँवला अरीठा से महाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद तिरुपावडा जिसमे इमली के चावल से निर्मित तिरुपति बालाजी का दर्शन भक्तों को होगा और इमली चावल का प्रसाद भक्तों को वितरित किया जाएगा।शाम के सत्र में गरुड़ वाहन पर प्रभु वेंकटेश की सवारी शोभायात्रा निकलेगी जिसके मनमोहक दर्शन भक्तो को होंगे।

18 जून को प्रभु वेंकटेश का कल्याण उत्सव, विवाहोत्सव होगा। बारात निकलेगी विवाह की मचेगी धूम।

इस दिन प्रातः काल 10 बजे से प्रभु वेंकटेश का पूरे राजोपचार के साथ विवाहोत्सव मनाया जाएगा जिसमे प्रभु वेंकटेश की बारात निकलेगी। विवाह की सभी रस्में होगी। रात्रि में परकाल स्वामी की लीला का आयोजन होगा।कथा लाइट शो के माध्यम से बतायी जाएगी।

19 जून को मनोहारी पुष्प बंगले में होंगे प्रभु वेंकटेश के अनुपम दर्शन।

सर्वप्रथम शहर को पुष्प बंगले की सौगात देने वाले श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान में इस वर्ष भी वृन्दावन और इंदौर के कलाकारों द्वारा सुगन्धित पुष्पों व कई प्रकार की वस्तुओं से प्रभु वेंकटेश का दिव्य पुष्प बंगला सजाया जाएगा। इस वर्ष भी नए व अनुपम रूप में पुष्प बंगले में दर्शन करने को मिलेंगे। इस दिन मंदिर का नजारा कुछ अलग ही नजर आएगा।

20 जुन को देश की तीसरी रथयात्रा देवस्थान से नगर भ्रमण पर निकलेगी।

20 जून को देश की तीसरी बड़ी गौरवमयी रथयात्रा व्यंकटेश देवस्थान छत्रीबाग से निकलेगी। ये रथयात्रा लगभग 75 वर्षी से सतत निकल रही है। इस मनोहारी रथयात्रा में प्रभु वेंकटेश रजत रथ पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। झांकियों के माध्यम से प्रभु भक्ति व दक्षिण भारत के वाद्य यंत्रों की झलक रथयात्रा में नजर आएगी ।
सभी समाज जन अपनी समितियों के साथ यात्रा में शामिल होंगे। यात्रा मार्ग पर सैकड़ों मंच लगाकर रथयात्रा का स्वागत किया जाएगा।

ब्रम्होत्सव में आचार्य प्रवर्तक शेषावतार श्री रामानुज स्वामी और पूर्व आचार्यो के जीवन काल पर होंगे सात दिवसीय दर्शन।

ब्रम्होत्सव में रामानुज सम्प्रदाय के आचार्य प्रवर्तक शेषवतार श्री रामानुज स्वामी के जीवन काल के साथ धर्म प्रचार के विशेष दर्शन होंगे जिसमें भाष्यकार श्री रामानुज स्वामी द्वारा भक्तो को अंधेरे से उजाले की ओर जाने का संदेश श्री सम्प्रदाय का प्रचार के साथ पूर्व आचार्यों का भी दर्शन होगा। साथ ही गोपुरम में भगवान रंगनाथ के गादी घर में झांकी के माध्यम से सभी वैष्णव जनों को दर्शन होंगे।

इस वर्ष ठाकुरजी के देवस्थान पर विशेष रूप से विधुत सज्जा की जा रही है।साथ ही पूरे देवस्थान को पुष्पो से सुसज्जित किया जा रहा है।

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