इंदौर : इंदौर जिले में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये व्यापक प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में शासकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजनयुक्त और आईसीयू के बिस्तरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। शासकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर कुल 2 हजार की जाएगी। इसके अलावा कुल 400 आईसीयू बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। इंदौर में 534 बिस्तरों की क्षमता वाले 230 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हो रहे सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कार्य भी शीघ्र पूरा कर इस अस्पताल को 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा।
यह जानकारी शुक्रवार को संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी द्वारा ली गयी निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक में दी गयी। बैठक में एमजीएम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. ए.डी.भटनागर, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और सुपर स्पेशलिटी की निर्माण एजेंसी ब्रिज एण्ड रूफ्स कम्पनी के प्रतिनिधि मौजूद थे।
15 जून तक शुरू होगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल।
बैठक में संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कोविड-19 के मद्देनजर शासकीय मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता बढ़ाये जाने के कार्यों की संस्थानवार प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कार्य पूरा करने के लिये समय-सीमा निर्धारित की। उन्होंने बताया कि सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कर इसे 15 जून से शुरू कर दिया जाएगा इसके लिये उन्होंने पीडब्ल्युडी के विद्युत यांत्रिकी विभाग को इलेक्ट्रिक सप्लाई का काम जून के प्रथम सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिये। फर्नीचर के लिये जैम के माध्यम से तत्काल खरीदी के निर्देश दिये। बताया गया कि इस अस्पताल की क्षमता 536 बिस्तरों की है, इसमें से 400 बिस्तर ऑक्सीजनयुक्त रहेंगे। 100 बिस्तर आईसीयू के हैं। अस्प ताल में 136 अन्य बिस्तर होंगे।
एमवायएच में 600 बिस्तर बढ़ाए जाएंगे।
इसी तरह बताया गया कि एमवाय हॉस्पिटल में 600 बिस्तरों का विस्तार हो रहा है। इसमें 100 बिस्तर आईसीयू के रहेंगे। उन्होंने यह कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। इसके लिये उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि कार्य शीघ्र पूरा किया जाए बैठक में बताया गया कि इसी तरह एमआरटीबी, एमवाय के पीछे चेस्ट वार्ड तथा एमटीएच हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजनयुक्त और आईसीयू बिस्तरों की संख्या में वृद्धि की जा रही है। एमटीएच हॉस्पिटल में 350, एमआरटीबी में 100, चेस्ट वार्ड में 70 ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है। संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने बताया कि भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुये वृद्धि का कार्य किया जा रहा है। आईसोलेशन, बिस्तरों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने क्षमता वृद्धि के लिये चेस्ट वार्ड का कार्य 5 जून तक, एमआरटीबी का कार्य 10 जून तक तथा एमटीएच का कार्य 15 जून तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए।