250 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से सज्जित होगा एमवाय अस्पताल

  
Last Updated:  July 22, 2021 " 11:58 pm"

इंदौर : शहर के एमवाय अस्पताल को आदर्श अस्पताल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की पहल पर अस्पताल के उन्नयन एवं अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त करने के लिए लगभग 250 करोड़ रूपए का प्रस्ताव तैयार किया गया है। मंत्री सिलावट ने गुरुवार को यहां आयोजित एक बैठक में इस प्रस्ताव के संबंध में संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर इसे और अधिक बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की अगस्त माह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग की विशेष उपस्थिति में जिले के जन प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों से विचार विमर्श कर प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जाएगा।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सभाकक्ष में इस सिलसिले में सम्पन्न हुई बैठक में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. पी.एस. ठाकुर सहित मेडिकल कॉलेज से जुड़े विभिन्न अस्पतालों के अधीक्षक मौजूद थे। बैठक में बताया गया कि अस्पताल के उन्नयन के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार हो रहा है। इसके लिए विभिन्न अधिकारियों को मदवार नोडल अधिकारी बनाकर दायित्व सौपे गए हैं।

मरीजों के परिजनों के ठहरने-खाने के लिए बनेगा भवन।

एमवाय अस्पताल में प्रतिदिन करीब ड़ेढ हजार मरीज भर्ती रहते हैं, जो दूर दराज के क्षेत्रों से आते हैं। मरीजों के परिजनों के ठहरने एवं उनके खाने की व्यवस्था के लिए अलग भवन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें करीब 300 बेड की व्यवस्था होगी। इसका खर्च लगभग 3 करोड़ रूपये संभावित है।

नयी लिफ्ट लगेंगी

एमवाय अस्पताल की बिल्डिंग करीब 70 साल पुरानी है। मरीजों और डॉक्टरों के लिए यहां सिर्फ तीन लिफ्ट हैं। अस्पताल में 3 और लिफ्ट लगाने की जरूरत है,। जिसकी संभावित लागत लगभग 3 करोड़ रुपए होगी।

डे केयर सेंटर बनेगा

अस्पताल में बहुत से मरीज ऐसे आते हैं जिन्हें भर्ती करने की जरूरत नहीं होती परंतु निगरानी में कुछ घंटे रखना पड़ता है। इसके लिए 200 बेड का एक डे केअर सेंटर बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। इस पर लगभग 5 से 8 करोड़ रूपए की राशि खर्च होना संभावित है। अस्पताल में इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, लॉन्ड्री, कीचन आदि के लिए अलग से विभाग बनाना प्रस्तावित किया गया है। अस्पताल में एयर कंडीशनिंग सिस्टम का आधुनिकरण किया जाएगा। इससे अस्पताल के आईसीयू, ऑपेरशन थिएटर एवं वार्डों में मरीजों को ज्यादा सहूलियत मिल सकेगी। जिसकी संभावित लागत लगभग 2 से 3 करोड़ रूपए आंकी गई है।

400 बेड का ट्रामा सेंटर बनेगा

एमवाय अस्पताल में 400 बेड का अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर बनाया जाना प्रस्तावित किया गया है। बैठक में बताया गया कि इंदौर की आबादी को देखते हुए ट्रामा सेंटर बेहद जरूरी है। वाहनों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। दुर्घटनाओं के घायलों के उपचार के लिए यह बेहद मददगार होगा। अभी एमवाय अस्पताल में रोज 400 से 500 मरीज ट्रॉमा एवं एमएलसी के आते हैं। रोज करीब 20 से 25 ऑपरेशन ट्रॉमा से संबंधित किए जाते हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कैजुअल्टी मेडिकल ऑफीसर के और पद निर्मित किए जाने के निर्देश भी मंत्री तुलसी सिलावट ने दिए। इस सेंटर के निर्माण पर करीब 15 से 20 करोड़ रूपए का व्यय संभावित हैं।

कैंसर अस्पताल का नया भवन बनेगा

बैठक में बताया गया कि एमवायएच परिसर स्थित कैंसर अस्पताल का भवन पुराना एवं जर्जर हो गया है। अस्पताल में इलाज के लिए सुविधाएं भी पुरानी हैं। मंत्री सिलावट ने कहा कि इस अस्पताल के लिए नया भवन बनाया जाए, अस्पताल में अत्याधुनिक मशीनें जांच एवं उपचार के लिए लगाई जाएं। अस्पताल में रेडियोथेरेपी, किमोथैरेपी एवं कैंसर सर्जरी के संयुक्त इलाज हेतु पर्याप्त वार्ड और ऑपरेशन थियेटर की कमी है, इसलिए कैंसर अस्पताल को नया बनाया जाए। नये कैंसर अस्पताल के भवन निर्माण की संभावित लागत करीब 40 करोड़ रूपए है। कैंसर अस्पताल में अभी कोबाल्ट पद्धति से मरीजों का इलाज हो रहा है, जो पुरानी हो गयी है। लीनियर एक्सीलेरेटर, एच. डी. आर ब्रेकीथैरेपी मशीन, रेडियोथैरेपी डेडिकेटेड सीटी मशीन, पेट- सीटी मशीन एवं डोसीमेट्रीक सिस्टम की आवश्यकता है इन मशीनो की अनुमानित लागत 40 करोड़ रूपये हैं।

सभी ऑपरेशन थिएटर मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में परिवर्तित होंगे।

एमवाय अस्पताल में अभी 18 ऑपरेशन थिएटर है। प्रथम चरण में 10 ऑपरेशन थिएटर को मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में बदलने का प्रस्ताव है, जिसकी संभावित लागत लगभग 10 करोड़ रूपए होगी।

नशा उन्मूलन केन्द्र की स्थापना होगी।

बैठक में बताया गया कि मानसिक चिकित्सालय में आधुनिक डी एडिक्शन सेंटर की स्थापना एवं नशा उन्मूलन केन्द्र बनाया जाएगा। इसमें शराब, भांग, गाँजा, अफीम, ब्राउन शुगर, ड्रग्स आदि के पीड़ित लोगों का सम्पूर्ण इलाज और पुनर्वास होगा। इसमें 50 बिस्तरों की व्यवस्था रहेगी। जिसकी संभावित लागत लगभग 10 करोड़ होगी।

अस्पताल में नई लैब बनेगी।

अस्पताल में आधुनिक वाइरोलॉजी लैब की स्थापना की जाएगी। इसमें जीनोम सिक्वेंसिंग एवं वायरस कल्चर से लेकर सभी आधुनिक जाँचें हो हो सकेगी। इस लैब के निर्माण की संभावित लागत लगभग 10 करोड़ रूपए रहेगी। लैब के नए भवन के निर्माण की संभावित लागत लगभग 10 से 20 करोड़ रूपए होगी। अन्य डाइग्नोस्टिक लैब जैसे पैथोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी का आधुनिकीकरण किया जाएगा। नयी मशीने लगेगी। इसमें भी दस करोड़ रूपए का खर्च प्रस्तावित है।

सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी।

बैठक में बताया गया कि सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में रोबोटिक सर्जरी की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए ऑपरेशन थिएटर का निर्माण हो चुका है। रोबोटिक सर्जरी के एक्विपमेंट दा विन्ची रोबोट आर्म की कीमत करीब 20 से 25 करोड़ रूपए है।

एमवायएच परिसर का होगा सौंदर्यीकरण।

बैठक में बताया गया कि एमवाय अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के कैंपस के सौदर्यीकरण, सड़कों का चौड़ीकरण, वृक्षारोपण, मल्टी लेवल पार्किंग, ट्रैफिक व्यवस्था आदि के कार्य पर 15 से 20 करोड़ रूपये की योजना बनायी जा रही है।

ये कार्य भी है प्रस्तावित।

अस्पताल में समय की मांग के अनुसार नये स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए। चाचा नेहरू अस्पताल का विस्तार भी प्रस्तावित किया गया है। यह 400 बेड के लिए नये वार्ड बनाए जाना है। इस पर लगभग 10 करोड़ रूपये का खर्च प्रस्तावित है। साथ ही विभिन्न बीमारियों के टीकाकरण के लिए अलग से वयस्क टीकाकरण क्लिनिक बनाए जाने के निर्देश दिए गए। अस्पताल को पेपर लेस बनाने तथा डिजिटलाईजेशन करने का भी प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल परिसर में सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवॉल, कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए खेल मैदान, प्रोफेसरों के लिए आवास की व्यवस्था आदि बनाने के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इस पर लगभग 30 से 40 करोड़ रूपये खर्च होना प्रस्तावित है।

बैठक में बताया गया कि एमआरटीबी अस्पताल को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाना है। इसकी बेड क्षमता बढ़ाने के साथ नए आधुनिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर बनाया जाना है। बेड संख्या ड़ेढ सौ की जाएगी। नया ऑपरेशन थियेटर बनेगा। इसकी संभावित लागत लगभग 5 से 8 करोड रुपए होगी।

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