चार दिवसीय रणजीत अष्टमी महोत्सव में शुक्रवार अलसुबह निकलेगी प्रभातफेरी, तैयारियां शुरू।
इंदौर : रणजीत हनुमान मंदिर पर हर वर्ष होने वाले रणजीत अष्टमी महोत्सव को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। रविवार को महोत्सव को लेकर गठित की गई सभी कमेटियों ने अपनी-अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया। इसमें 251 भक्तों की टीम को बताया गया कि उन्हें रथ खींचने के दौरान किन-किन बातों और सावधानियों का ध्यान रखना है। साथ ही उन सभी की वेषभूषा भी एक जैसी होगी। रथ खींचने वाले भक्त नंगे पैर ही चलेंगे।
मंदिर के मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि इस बार भी चार दिवसीय महोत्सव में सभी आयोजनों के सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव दर्शन करवाए जाएंगे। रणजीत अष्टमी के उपलक्ष्य में निकलने वाले स्वर्ण रथ को 251 सदस्यीय भक्तों की टीम खींचेगी। प्रभातफेरी संचालन के लिए 51 भक्तों की टीम बनाई जा रही है। वहीं, यात्रा समापन पर मंदिर के ग्राउंड में प्रसाद वितरण के लिए 100 भक्तों की टीम, नि:शुल्क रक्षासूत्र वितरण के लिए 50 भक्तों की टीम, अतिथि स्वागत के लिए 11 भक्तों की टीम बनाई गई है।
सिर्फ बैंड व भजन गायक ही होंगे शामिल।
रणजीत अष्टमी पर निकले वाली प्रभातफेरी में सिर्फ बैंड व भजन गायक ही शामिल रहेंगे, यात्रा में डीजे पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगे। यात्रा मार्ग में लगने वाले स्वागत मंच सडक़ की ओर चौड़ाई में सिर्फ 6 फीट रहेंगे। यात्रा मार्ग के मोड़ पर 200 फीट जगह खाली रखने की अपील की गई है ताकि स्वर्ण रथ को आसानी से मोड़ा जा सके। वहीं सोशल मीडिया या फ्लेक्स पर रणजीत बाबा के अलावा किसी के भी फोटो नहीं लगाए जाएंगे।
प्रशासन की अनुमति होगी अनिवार्य।
यात्रा मार्ग पर स्वेच्छा से स्वागत मंच लगाने वाले स्वयं की सफाई व्यवस्था रखेंगे। यात्रा में लगने वाले समस्त वाहन, भजन गायकों के लिए पुलिस व प्रशासन की अनुमति अनिवार्य होगी। 15 दिसंबर को शाम 6 बजे से रात्रि 11 बजे तक अनुमति प्राप्त सभी बैंड, वाहन, भजन गायक मंदिर प्रांगण के ग्राउंड पर उपस्थित रहेंगे। प्रभातफेरी में सभी पुरुष कुर्ते-पायजामे में व महिलाएं पीली साड़ी पहनकर शामिल होंगी।
सभी भक्तों के मस्तक पर लगेगा तिलक।
सभी भक्तों के मस्तक पर तिलक लगाया जाएगा। पुलिस व भक्त मंडल पूरी यात्रा में सिविल ड्रेस में रहेंगे ताकि असामाजिक तत्वों पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। यात्रा में शामिल सभी भक्तों से आग्रह किया गया है कि वे कीमती आभूषण पर्स व अन्य कीमती सामान न लेकर आएं।
चार दिनों में यह होंगे आयोजन।
चार दिवसीय महोत्सव में पहले दिन 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे ध्वजारोहण होगा। 14 दिसंबर को शाम 6 बजे से दीपोत्सव व भजन संध्या होगी। 15 दिसंबर को सुबह 11 बजे विग्रह प्रतिमा का अभिषेक व रक्षा सूत्रों की सिद्धि होगी। 16 दिसंबर को सुबह 5 बजे रणजीत बाबा की विशाल प्रभातफेरी निकलेगी।