इंदौर : कश्मीर के हालात को लेकर मोदी सरकार सही जानकारी नहीं दे रही है। राहुल गांधी और विपक्षी दलों के अन्य नेता वहां लोगों से मिलने, उनसे बात करने गए थे पर उन्हें एयरपोर्ट से ही लौटा दिया गया। इससे साबित होता है कि मोदी सरकार कुछ छुपा रही है। धारा 370 को लेकर ज्योतिरादिय सिंधिया का बयान कांग्रेस का बयान नहीं है।
ये बात मप्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कही। वे रविवार को इंदौर प्रेस क्लब में आगमन पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
संवैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं।
मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू – कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर संवैधानिक प्रक्रिया का पालन नहीं किया। फैसला लेने से पहले सभी सम्बद्ध पक्षों से बात करनी चाहिए थी।
सभी राज्यों के साथ हो समान व्यवहार।
पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जनसिंह वर्मा ने अनुच्छेद 371 पर भी सवाल खड़ा किया। उनका कहना था कि इस अनुच्छेद के तहत नागालैंड और कुछ अन्य राज्यों को भी विशेष अधिकार मिले हुए हैं। अगर जम्मू – कश्मीर से धारा 370 हटाना जरूरी था तो अनुच्छेद 371 को भी हटाया जाना चाहिए। सभी राज्यों के साथ समान व्यवहार होना चाहिए।
सिंधिया कांग्रेस नहीं हैं।
मंत्री श्री वर्मा से जब पूछा गया कि धारा 370 को लेकर कांग्रेस के नेता ही एकमत नहीं हैं। ज्योतिरादिय सिंधिया सहित कई नेताओं ने 370 हटाने का समर्थन किया है। इसपर श्री वर्मा का कहना था कि सिंधिया ही कांग्रेस नहीं है। हालांकि ये पूछे जाने पर की कांग्रेस का अधिकृत स्टैंड 370 को लेकर क्या है..? वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।
अरुण जेटली को अंतिम विदाई देने आना था पीएम को…!
पीडब्ल्यूडी मंत्री श्री वर्मा ने पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जब पीएम मोदी कहते हैं कि अरुण जेटली उनके परम् मित्र थे तो मित्रता का कर्तव्य निभाते हुए जेटली को अंतिम विदाई देने और परिवार को ढांढस बंधाने के लिए पीएम मोदी को विदेश यात्रा से लौट आना था।