54 वे अखंड वेदांत संत सम्मेलन में सत्संग के साथ बच्चों में जागरूकता लाने के लिए होंगे विभिन्न आयोजन

  
Last Updated:  December 18, 2021 " 09:10 pm"

इंदौर : शहर के प्राचीन बिजासन रोड स्थित अविनाशी आश्रम अखंडधाम पर इस बार 54वें अ.भा. अखंड वेदांत संत सम्मेलन का आयोजन भारतीय संस्कृति के अनुरूप विभिन्न सेवा प्रकल्प एवं नई उम्र के बच्चों के मार्गदर्शन के साथ किया जा रहा है। सात दिवसीय इस सम्मेलन में। अनेक संत-विद्वानों द्वारा वेद मंथन, वेद प्रवचन द्वारा भारतीय संस्कृति की गौरव गाथा का गुणगान तो होगा ही, सरल भाषा में भक्तों और श्रद्धालुओं को वेद से जोड़ने का प्रयास भी होगा। इसी के साथ निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, लव जिहाद के प्रति स्कूली बच्चों में सजगता एवं जागरुकता के लिए प्रशिक्षण, शहर को पांचवीं बार सफाई में प्रथम स्थान दिलाने वाले सफाईकर्मियों एवं समाजसेवियों का सम्मान, साइबर अपराधों से बचने के लिए विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन तथा पर्यावरण एवं गौ केन्द्रित विकास के तहत गौमय शिल्प के प्रशिक्षण जैसे आयोजन भी रखे गए हैं। प्रतिदिन देवकृष्ण सांखला ” उस्ताद” स्मृति न्यास द्वारा भक्तों को प्रसाद वितरण भी किया जाएगा। सम्मेलन का शुभारंभ 19 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के आचार्य जगदगुरु स्वामी रामदयाल महाराज के मुख्यातिथ्य, चित्रकूट पीठीधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी दिव्यानंद महाराज की अध्यक्षता में जगदगुरु शंकराचार्य, भानपुरा पीठाधीश्वर स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ महाराज करेंगे। अहमदाबाद से निर्वाणी पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती और मुंबई के महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद सरस्वती भी शुभारंभ समारोह में उपस्थित रहेंगे। युग पुरुष स्वामी परमानंद गिरि महाराज भी इस सम्मेलन में आशीर्वाददाता के रूप में सान्निध्य प्रदान करेंगे। शहर के प्रख्यात समाजसेवी एवं उद्योगपति विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप) विशेष अतिथि होंगे।
अखंडधाम आश्रम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतन स्वरूप, आयोजन समिति के अध्यक्ष हरि अग्रवाल, आदित्य सांखला ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संत सम्मेलन में देश के जाने-माने 40 से अधिक संत-विद्वान आएंगे, जो प्रतिदिन दोपहर 2 से सायं 6 बजे तक अपने प्रवचनों की अमृत वर्षा करेंगे। सम्मेलन का समापन शनिवार 25 दिसम्बर को अखंडधाम आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद महाराज की 54वीं पुण्यतिथि पर दोपहर 12 बजे श्रद्धांजलि एवं महाआरती के साथ होगा।

समिति के उपाध्यक्ष सचिन सांखला, सहसंयोजक नवनीत शुक्ला, ठा. विजयसिंह परिहार एवं दिग्विजयसिंह सांखला ने बताया कि आयोजन की दिव्यता को देखते हुए आयोजन समिति का गठन किया गया है, जिसमें वरिष्ठ समाजसेवी विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, समाजसेवी प्रेमचंद गोयल एवं राजेश चेलावत को प्रमुख प्रेरणा स्त्रोत, समाजसेवी विष्णु बिंदल, बालकृष्ण अग्रवाल, विनोद संघानिया, टीकमचंद गर्ग, अनिल रामरतन अग्रवाल, दिनेश मित्तल एवं कल्याणमल खजांची को प्रमुख परामर्शदाता, पवन सिंघानिया, राजेन्द्र गुप्ता एवं जगदीश बाबाश्री को स्वागताध्यक्ष, राजेन्द्र मित्तल, शैलेन्द्र मित्तल, राजा कोठारी एवं वीरेन्द्र गुप्ता हाईलिंक को स्वागत संयोजक मनोनीत किया गया है। इसी तरह संत राजानंद, संत दुर्गानंद, चंगीराम यादव एवं नारायण अग्रवाल व्यवस्थापक, मोहन गर्ग हैदराबादी कोषाध्यक्ष तथा भावेश दवे सचिव मनोनीत किए गए हैं। रामकृष्ण सांखला, गोपाल सांखला एवं जानकीलाल सांखला संरक्षक मंडल में मनोनीत किए गए हैं। इसी तरह नरिसंह सांखला, शिवरतन सांखला, पुष्पेन्द्र मेहता एवं किशोर सांखला स्वागत महामंत्री होंगे। मोहनलाल सोनी प्रचार मंत्री बनाए गए हैं। अग्रसेन सोशल ग्रुप, श्रद्धा सुमन सेवा समिति एवं सांखला कॉलोनी रहवासी संघ की सहभागिता में संत सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी है। अखंडधाम आश्रम शहर का एकमात्र ऐसा पावन धान है, जहां हर समय 30 से 35 संत निवास करते हैं। यहां वर्ष 2006 से लगातार ओम नमः शिवाय महामंत्र का अखंड जाप चल रहा है। प्रतिदिन गीता पाठ भी हो रहा है। सुबह श्रीराम मंदिर में सुंदरकांड पाठ के साथ ही आश्रम परिसर एवं जम्बूर्डी स्थित गौशाला पर गौसेवा के प्रकल्प भी जारी है।

संत सम्मेलन में आने वाले प्रमुख संत-विद्वान।

इस बार संत सम्मेलन में अहमदाबाद से महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती, वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, मुंबई से महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद सरस्वती, विद्याधाम इंदौर के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती, रतलाम से महामंडलेश्वर स्वामी स्वरूपानंद, उज्जैन से स्वामी वीतरागानंद, हरिद्वार से स्वामी ज्योतिर्यमानंद गिरि, अन्नपूर्णा अश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि, चित्रकूट से स्वामी प्रभुतानंद महाराज, चौबारा जागीर से वेदांत भूषण स्वामी नारायणानंद, मां आनंदमयी पीठ के स्वामी केदार महाराज, छत्रीबाग इंदौर से राधे-राधे बाबा, पंचकुइया राम मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मणानंद महाराज, हंसदास मठ के महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास महाराज, छावनी रामद्वारा के संत रामस्वरूप रामस्नेही, गोराकुंड रामद्वारा के संत अमृतराम रामस्नेही, सदगुरुश्री अण्णा महाराज, वाल्मिकि धाम उज्जैन के बालयोगी उमेशनाथ महाराज, पीपलेश्वर महादेव मंदिर सोनकच्छ के स्वामी लवचंद्रदास, अयोध्या के स्वामी शिवरामानंद, ईश्वर प्रेम आश्रम की साध्वी भक्तिप्रिया, सारंगपुर से भागवताचार्य श्रीमती अर्चना दुबे, सारंगपुर से ही स्वामी गजानंद महाराज, रतलाम के स्वामी देवस्वरूप महाराज, अमरनाथ से स्वामी अरुणगिरि महाराज, भीलवाड़ा से स्वामी सहजानंद महाराज, भीलवाड़ा से ही साध्वी पद्माजी, गोधरा से साध्वी परमानंदा सरस्वती, अखंड परमधाम खंडवा रोड से साध्वी चेतन सिंधु, लादुनाथ आश्रम से महंत रामकिशन महाराज, सुदामानगर से साध्वी मीरादेवी, उज्जैन से स्वामी वेदानंद महाराज सहित करीब 40 संत-विद्वान इस संत सम्मेलन में अपना सान्निध्य प्रदान करेंगे। सम्मेलन की तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। सम्मेलन स्थल पर भक्तों के लिए बैठक, साफ-सफाई, रोशनी, निःशुल्क वाहन पार्किंग, सुरक्षा एवं अन्य समुचित प्रबंध किए गए हैं।

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