इंदौर : हनी ट्रैप मामले को उजागर करने वाले संझा लोकस्वामी के प्रबंध संपादक जीतू सोनी को पलासिया पुलिस ने रिमांड अवधि खत्म होने पर शनिवार को जेएमएफसी अदालत में पेश किया। कुल 6 दिन की रिमांड के दौरान पलासिया पुलिस के साथ वरिष्ठ अधिकारियों ने भी मानव तस्करी और हनी ट्रैप मामले में जीतू सोनी से पूछताछ की। पलासिया पुलिस की हिरासत खत्म होते ही
सामूहिक दुष्कर्म मामले में महिला थाना पुलिस ने जीतू की रिमांड की मांग की। इसपर अदालत ने
दो दिन का रिमांड स्वीकृत करते हुए आरोपी जीतू को महिला थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
जिला अभियोजन अधिकारी ने बताया कि अब सोमवार को फिर जीतू सोनी की अदालत में पेशी होगी।
कुल 64 मामले हैं दर्ज।
आपको बता दें कि हनी ट्रैप का मामला उजागर करने के बाद तत्कालीन कमलनाथ सरकार जीतू सोनी पर टूट पड़ी थी। जीतू सोनी तो फरार हो गया था पर सरकार ने कई संगीन आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ 47 मुकदमें दर्ज कर लिए थे। जबकि 17 मामले पूर्व में दर्ज बताए गए हैं। जीतू सोनी के बेटे, भाई, भतीजे और भांजे को भी आरोपी बना दिया गया। जीतू सोनी के बेटे अमित को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया, जो अभी भी जेल में हैं। यही नहीं कमलनाथ सरकार जीतू सोनी से इतनी खफा थी कि उसकी दो होटल, एक रेस्टोरेंट, दो आशियाने और भाई की फैक्ट्री पर बुलडोजर चलवा दिया गया। संझा लोकस्वामी का प्रकाशन बन्द करवाकर तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने अखबार के दफ्तर को भी तहस- नहस कर दिया था। कई पत्रकार इसके चलते बेरोजगार हो गए थे। करीब छह माह फरार रहे जीतू सोनी की गिरफ्तारी पर डेढ़ लाख का इनाम भी घोषित किया गया था।