इंदौर: अनलॉक हुए इंदौर शहर में दिए गए दिशा- निर्देश की अनदेखी और सावधानी नहीं बरतने का ही नतीजा है कि कोरोना संक्रमण के मामले फिर बढ़ने लगे हैं। शनिवार को तो संक्रमण की दर उछलकर 6 फीसदी तक पहुंच गई जबकि जून माह में यह 2 से 3 फीसदी तक सिमट गई थी। बढ़ता संक्रमण चेतावनी है हमारे लिए की अब भी नहीं संभले तो मुम्बई, दिल्ली जैसे हालात बनते देर नहीं लगेगी। उधर बढ़ते संक्रमण के बावजूद टेस्टिंग में सुस्ती बरकरार है। बीते चार दिनों में लिए गए सैम्पलों में करीब 24 सौ सैम्पलों की जांच अभी भी पेंडिंग है।
84 नए मामले आए सामने..
शनिवार 11 जुलाई के जो आंकड़े सीएमएचओ कार्यालय ने जारी किए हैं उनके मुताबिक 2278 सैम्पल जांच हेतु भेजे गए थे, 1463 सैम्पलों की जांच की गई। 1377 सैम्पल निगेटिव पाए गए, 84 सैम्पलों में कोरोना की पुष्टि हुई। 1 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव पाया गया जबकि एक जांच योग्य नहीं होने से खारिज किया गया।
आज दिनांक तक के आंकड़ों की बात करें तो कुल 1लाख 2 हजार 165 सैम्पलों की जांच की गई है, इनमें से 5260 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए हैं।इनका औसत देखा जाए तो 5 फीसदी से ज्यादा है।
अप्रैल माह में मृत 4 और मरीजों की कोरोना संक्रमण से मौत की पुष्टि..!
स्वास्थ्य विभाग किस हद तक लापरवाही बरत रहा है, इसका उदाहरण ये है कि अप्रैल माह में कोरोना से हुई मौतों की पुष्टि अब जाकर की जा रही है, वो भी टुकड़ों- टुकड़ों में, शनिवार को 4 मौतों की पुष्टि की गई। इन्हें मिलाकर अबतक कुल 265 मरीजों की मौत कोरोना संक्रमण से हो चुकी है।याने मृत्यु दर भी 5 फीसदी से ऊपर बनीं हुई है जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
25 मरीज कोरोना संक्रमण से उबरे…
तमाम आशंकाओं और चिंता के बीच राहत की बात ये है कि ठीक होने वाले मरीजों की तादाद भी कम नहीं है। शनिवार को 25 मरीज कोरोना संक्रमण से बाहर आ गए। इन्हें मिलाकर अब तक 3981 मरीज कोरोना को हराने में कामयाब हुए हैं जबकि 1014 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।