जबलपुर : कैचमेंट एरिया में हुई भारी बारिश के चलते बरगी डैम का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे जबलपुर में ग्वारी घाट और नर्मदा मंदिर समेत सभी घाट डूब गए हैं। इस वजह से प्रशासन ने बरगी डैम के 13 गेट खोलने का निर्णय लिया है। मंगलवार दोपहर तक आठ गेट खोले जा चुके थे। बरगी डैम से एक लाख 21 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इसे देखते हुए 8 जिलों को हाईअलर्ट कर दिया गया है, इसमें सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, सीहोर, खरगोन और कटनी जिले शामिल हैं।
मंगलवार को बरगी डैम को खोलने के लिए प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा। हर साल अच्छी बारिश होने पर जुलाई में ही बरगी डैम के कुछ गेट खोलने पड़ते थे, लेकिन इस बार बारिश देरी से हुई, लेकिन अगस्त में जमकर बरसा। इस वजह से बरगी डैम के गेट खोले गए। बरगी डैम के गेट खुलने पर यहां का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते थे, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से लोगों को आने से रोक दिया गया है।
लगभग पूरा भर गया बरगी डैम।
कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश के कारण बरगी बांध का जलस्तर मंगलवार सुबह 421.30 मीटर तक पहुंच गया था। बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है।
मोटर बोट से लोगों को रेस्क्यू किया गया।
रविवार रात से शुरू हुई जोरदार बारिश से जबलपुर शहर की कई कालोनियों में जलभराव हो गया। इस स्थिति से निपटने के लिए मोटर बोट चलानी पड़ीं। करीब 4 इंच बारिश से शहर के अधिकतर क्षेत्रों में जलभराव हो गया। तिलहरी की चैतन्य सिटी और बिलहरी की पिंक सिटी में बाढ़ के हालात बन गए। यहां पानी भरने से लोगों को मोटर बोट चलाकर रेस्क्यू किया गया। वहीं तेज बारिश से शोभापुर फाटक के पास एक चट्टान धंस गई, जबकि अलग-अलग क्षेत्रों में तीन मकान धराशायी हो गए हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई।