उत्तर प्रदेश में प्रचण्ड बहुमत से बीजेपी के जीतने के बाद भारत के सभी विपक्षी दलों ने एक सुर में ईवीएम को कोसना शुरु कर दिया है। ईवीएम के बजाय पुराने तरीकों से चुनाव कराये जाने की मांग की जा रही है तो वहीं रूस मार्च 2018 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव ईवीएम प्रणाली से करवाने के लिए भारत की ईवीएम तकनीक खरीदना चाहता है। इससे पहले रूसी चुनाव आयोग के डिप्टी चेयरमैन निकोलेई लेविचेव ने हाल ही में भारत में खत्म हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उत्तराखंड का दौरा कर ईवीएम के ज़रिए वोटिंग का जायज़ा लिया था।
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