नई दिल्ली : देश में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों ने हाहाकार मचा रखा है। ऑक्सीजन की कमीं और रेमडेसीवीर की कालाबाजारी के चलते लगातार हो रही मरीजों मौतों से केंद्र सरकार को भारी आक्रोश व आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना से बिगड़ते हालात पर ध्यान देने की बजाय बंगाल चुनाव को तरजीह देने से पीएम मोदी भी लोगों के निशाने पर आ गए हैं। चारों ओर से घिरी मोदी सरकार अब जाकर हरकत में आई है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने के साथ एयरफोर्स के मालवाहक विमानों को भी ऑक्सीजन के परिवहन में लगाया है। अब टैंकर की कमीं को देखते हुए ऑक्सीजन टैंकरों का आयात किया जा रहा है।
विदेश से ऑक्सीजन सप्लाई के लिए टैंकर मंगवाए जा रहे ।
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी है कि सिंगापुर से चार क्रायोजेनिक (कम तापमान बनाए रखने में सक्षम) टैंकर मंगवाए जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल ऑक्सीजन को देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाने के लिए किया जाएगा। मालूम हो कि देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है, जिसके चलते कई मरीजों की जान जा चुकी है।
कोरोना से लड़ने के लिए सबसे अधिक जरूरी ऑक्सीजन को ले जाने वाले इन टैंकर्स को भारतीय वायुसेना के सी-17 एयरक्राफ्ट से लाया जा रहा है। केंद्र सरकार यूएई से भी ऑक्सीजन टैंकरों को एयरलिफ्ट करने पर विचार कर रही है।
वायुसेना के विमान भी कर रहे मेडिकल उपकरणों का परिवहन।
वायुसेना के विमान भी ऑक्सीजन टैंकर्स, मेडिकल पर्सनल आदि को एक जगह से दूसरी जगह ले जा रहे हैं, जिससे कम समय में जरूरी मदद पहुंचाई जा सके।