इंदौर : इंदौर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। मरीजों की संख्या में कमी आ रही है। रिकवरी रेट बेहतर हो रहा है और पॉजिटिविटी दर लगातार गिर रही है। जिले में आगामी 31 मई तक यह प्रयास किया जा रहा है कि सभी गांव कोरोना से मुक्त हो जाएं।
यह जानकारी मंगलवार को जल संसाधन व जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा बैठक में दी गई। इस बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, पूर्व विधायक राजेश सोनकर, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हिमांशु चंद्र मौजूद थे। मंत्री सिलावट ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की स्थिति की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि यह प्रयास किया जाए कि हर हाल में 31 मई तक जिले के सभी गांव कोरोना से मुक्त हो जाए। वर्तमान में जनता कर्फ्यू का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए। घर का व्यक्ति घर में तथा गांव का व्यक्ति गांव में ही रहे। सिलावट ने कहा कि ऐसे मरीज जो कोरोना से संक्रमित हैं, उन्हें उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर में अनिवार्य रूप से भर्ती कराया जाए। कोई भी संक्रमित मरीज घर में नहीं रहे। सभी कोविड केयर सेंटर में दाखिल हो और उपचार कराएं। सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित सभी मरीजों की टेस्टिंग अनिवार्य रूप से हो।
603 गांवों में चल रहा कोरोना मुक्ति अभियान।
तुलसी सिलावट ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना कर्फ्यू निरंतर जारी रखा जाए। बैठक में बताया गया कि जिले की 312 ग्राम पंचायतों के 603 गांवो में कोरोना मुक्ति का अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दो माह में 7599 मरीज ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमित पाए गए। इनमें से 6613 का उपचार करा कर उन्हें स्वस्थ किया गया। शेष मरीजों का उपचार चल रहा है। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग साढ़े तीन हजार लोगों की प्रतिदिन जांच की जा रही है। पॉजिटिविटी दर लगातार कम हो रही है। 24 मई को मात्र 58 मरीज ही पॉजिटिव पाए गए।
तेंदूपत्ता तुड़ाई में हो कोरोना प्रोटोकॉल का पालन।
तुलसी सिलावट ने निर्देश दिए कि तेंदुपत्ता तोड़ने में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन हो। मनरेगा के तहत कार्य करने वाले मजदूरों को सावधानी रखने हेतु प्रेरित करें। आगामी 31 मई तक सभी ग्राम पंचायतों को कोरोना मुक्त करने का प्रयास किया जाए। शादी एवं अन्य पारिवारिक समारोह प्रतिबंधित जाए। किल कोरोना 3 अभियान पर विशेष ध्यान दिया जाए। सर्वे कार्य में जनप्रतिनिधि भी सहयोग करें। कोरोना के लक्षण वाले मरीजो की ट्रेसिंग की जाए। क्षेत्र में जहां अधिक मरीज आ रहे हैं उन क्षेत्रों को चिन्हित कर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। गरीब परिवारों को 03 माह के राशन वितरण की ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे राशन की दुकानों पर भीड एकत्र ना हो । मेडिकल किट का वितरण सूचारू रूप से किया जाए।
कोरोना से अनाथ हुए बच्चों को पहुंचाएं बाल कल्याण योजना का लाभ।
कोरोना से माता-पिता की मृत्यु होने के कारण अनाथ हुए बच्चों की जानकारी एकत्र कर उन्हें 5 हजार रूपये प्रति माह पेंशन व मुफ्त राशन दिए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत पात्र हितग्राहियों की सहायता की जाए।
खाद पर सब्सिडी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
सिलावट ने कहा कि डी.ए.पी. खाद बोरी पर 1200 रूपये की सब्सिडी की व्यवस्था हो। कोरोना पीड़ित का जिले के कम से कम 80 प्रतिशत प्रायवेट अस्पतालों में निःशुल्क ईलाज हो सके ऐसी व्यवस्था की जाए। आगामी खरीफ के मौसम को देखते हुए किसानों के बीज एवं खाद की आवश्यकता का आंकलन करवाया जाए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए खाद एवं बीज उपलब्ध कराने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी मंत्री सिलावट ने दिए।