इंदौर : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और ख्यात अधिवक्ता विवेक तनखा ने इंदौर प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में राजनीति के समाज सेवा को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में आपदा के दौरान किए गए राहत कार्यों की भी जानकारी पेश की। उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बताया।
देश बचाने के समय चुनाव में लगे रहे।
सांसद विवेक तनखा ने मोदी सरकार पर बिना नाम लिए हमला बोलते हुए कहा कि जब कोविड से मर रहे लोगों को, देश को बचाने का समय था तब सरकार व सत्ताधारी दल पश्चिम बंगाल व अन्य स्थानों पर चुनाव में लगे रहे, जबकि ऐसे समय चुनाव नहीं होना चाहिए थे।
निजी अस्पतालों ने जमकर मचाई लूट खसोट।
सांसद विवेक तनखा ने कहा कोरोना जैसी महामारीं के समय जब लोगों की सेवा की जानी चाहिए थी, तब निजी अस्पतालों ने जमकर लूट खसोट की। कितने लोग कोरोना से चल बसे नहीं पता पर इतना अवश्य है कि हर घर कोरोना से प्रभावित था। मिडिल क्लास को तो कोरोना की मार ने बर्बाद कर दिया। यही मेरा दर्द है।
राजनीति सेवा का माध्यम है, सत्ता का नहीं।
सांसद तनखा ने कहा कि राजनीति सेवा का जरिया है, केवल सत्ता प्राप्ति का नहीं। उन्होंने कहा कि उनका एजेंडा हमेशा से मानव सेवा का रहा है। अगर ईश्वर ने आपको क्षमता दी है तो उसका उपयोग पीड़ितों के आंसू पोछने में अवश्य करना चाहिए। यही विचार लेकर वे चलते हैं। उनका एकमात्र एजेंडा है मानव सेवा।
हर आपदा में की पीड़ितों की मदद।
सांसद तनखा ने सेवा कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि वे बरसों से अपने साथियों के साथ आपदा पीड़ितों की सेवा में जुटे हैं। गुजरात का भूकंप हो, उड़ीसा के तूफान हो या जम्मू- कश्मीर में आयी आपदा, हरजगह उन्होंने रोटरी सदस्यों के साथ सेवा कार्यों को अंजाम दिया है। कोरोना काल में भी उन्होंने प्रभावितों की हर मुमकिन मदद की कोशिश की। तनखा ने बताया कि वे बरसों से निःशक्त बच्चों के लिए स्कूल का संचालन कर रहे है। उसमें फिलहाल 8 सौ बच्चे पढ़ते हैं।
नए भारत का निर्माण करना है।
सांसद विवेक तनखा ने कहा कि कोविड के बाद का यह समय बेहद अहम है। हमें प्रभावित परिवारों की मदद करते हुए नए भारत का निर्माण करना है।