भोपाल : लगता है देर से ही सही पर पूर्व सीएम कमलनाथ को ये समझ आ गया है कि कांग्रेस के हित में उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष में से कोई एक ही पद अपने पास रखना चाहिए। इस बात के संकेत तब मिले जब उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर जाने से पहले अपनी ट्विटर प्रोफ़ाइल बदल दी। उन्होंने अपने नाम के आगे से नेता प्रतिपक्ष, मप्र विधानसभा पद को हटा दिया। याने अब वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनें रहेंगे। नेता प्रतिपक्ष का दायित्व किसी और नेता को सौंप देंगे।
पीसी शर्मा या सज्जन वर्मा में कोई बन सकता है नेता प्रतिपक्ष।
कमलनाथ के नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने की दशा में पीसी शर्मा अथवा सज्जन वर्मा में से कोई एक नेता प्रतिपक्ष बन सकता है। दोनों ही कमलनाथ के करीबी हैं। सज्जन वर्मा तो पिछले दिनों मौका मिलने पर नेता प्रतिपक्ष का पद सम्हालने की इच्छा भी जता चुके हैं।