पुणे : महाराष्ट्र के पुणे में 14 साल की लड़की के साथ गैंगरेप की जघन्य वारदात ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इन सबने पीड़िता के साथ 5 अलग-अलग ठिकानों पर 48 घंटे तक कई दफा रेप किया। आरोपियों में लड़की का दोस्त, क्लास 4 के 2 रेलवे कर्मचारी और 11 ऑटोरिक्शा वाले शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक इस मामले में 14 लोगों के विरुद्ध IPC की धारा 34, 363, 376, 377 के अलावा पॉक्सो की धारा 4(2),5 (g), 12, 8,6 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। अब तक मशक कन्याल (27), अकबर शेख (32), अजरुद्दीन अंसारी (27), नोएल खान (24), आसिफ पठान (36), प्रशांत गायकवाड़ (29), रफीक शेख (32), राजकुमार प्रसाद (29), गोलू (19) और 4 अन्य की गिरफ्तारी हुई है।
दोस्त से मिलने स्टेशन पहुंची थी पीड़िता।
डीसीपी नम्रता पाटिल ने बताया, 31 अगस्त को नाबालिग अपने 19 साल के दोस्त से मिलने निकली थी। वो ऑटो रिक्शा करके पुणे स्टेशन पहुँची लेकिन जब दोस्त नहीं आया तो वह वहीं रोने लगी। इसके बाद एक ऑटो ड्राइवर ने उसे कहा कि वो स्टेशन से बाहर चले उसका दोस्त बुला रहा है। लड़की बाहर आई तो उसे पीने को पानी दिया गया। पानी पीते ही उसे चक्कर आ गए।
लड़की के बेहोश होने के बाद ड्राइवर ने सुनसान जगह ले जाकर उसका रेप किया और फिर ठिकाना बदल कर उसके बाकी साथी भी बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। पीड़िता को बिन कपड़े के एक कमरे में बंद किया गया था। कुछ-कुछ घंटे में ये दरिंदे उसके पास जाते और उसका रेप करते। वो रो रोकर खाना और पहनने को कपड़े माँगती लेकिन कोई उसकी बात नहीं सुनता। इसके बजाय वह उसे धमकाते कि बाहर जाकर यदि किसी किसी को कुछ कहा तो उसे जान से मार देंगे। जब लड़की की तबीयत बिगड़ी तो उसे एक आरोपी उसे मुंबई के दादर स्टेशन छोड़ आया जहाँ रेलकर्मी ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में उसके दोस्त को उसे सौंप दिया।
7 सितंबर 2021 को जब आरोपी , पीड़िता को लेकर चंडीगढ़ पहुँचे तो लड़की की गंभीर हालत देख GRP को शक हुआ और पूछताछ के बाद उसे प्रोजेक्ट डारेक्टर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया। यहाँ लड़की ने आपबीती सुनाते हुए सारा खुलासा किया। क्रॉस चेक करने पर पता चला लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट वाकई दर्ज है। फिर पुलिस ने रेलवे स्टेशन के बाहर 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खँगाला और एक ऑटोरिक्शा वाले को पकड़ कर बाकी सब दरिंदों की भी जानकारी जुटा ली । गुनाह कबूलने के बाद इन्हें पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।