श्रीहरिकोटा: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन इसरो के इतिहास में बुधवार को एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया। श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से संचार उपग्रह GSAT-7A सफलतापूर्वक लांच कर दिया गया। 2250 किलोग्राम भार वाले इस सेटेलाइट में 4 सोलर पैनल लगाए गए हैं जो 3.3 किलोवाट बिजली पैदा करेंगे।
वायुसेना के लिए है मददगार ।
ये संचार उपग्रह खास तौर से वायुसेना के लिए छोड़ा गया है। इसकी मदद से एयरबेस को इंटरलिंक करने के साथ ड्रोन ऑपरेशन्स की क्षमता में भी इजाफा होगा।यह इसरो का 39 वा उपग्रह है। इसके पूर्व अंतरिक्ष मे सितम्बर 2013 में GSAT- 7 सेटेलाइट नौसेना की संचार जरूरतों को ध्यान में रखकर छोड़ा गया था।
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