इंदौर : असत्य पर सत्य की विजय का पर्व ‘दशहरा’ देश और प्रदेश के साथ शहर में भी हर्षोल्लास से मनाया गया। लोगों ने अहंकारी लंकापति रावण पर भगवान राम की विजय के प्रतीक स्वरूप जगह – जगह रावण के पुतले फूंके और और प्रभु श्रीराम की जय- जयकार से आसमान गुंजा दिया। बाद में लोगों ने एक- दूसरे को विजय पर्व की बधाई दी।
दशहरा मैदान पर 111 फ़ीट के रावण का दहन।
इंदौर के दशहरा मैदान पर पारंपरिक रूप से रावण दहन किया गया। कोरोना गाइडलाइन के चलते राम- लक्ष्मण रूपी कलाकार महूनाका से शोभायात्रा की बजाय कार में बैठकर दशहरा मैदान पहुंचे। यहां पहले जोरदार आतिशबाजी की गई। उसके बाद हनुमान ने लंका दहन किया। अंत में प्रभु श्रीराम ने बाण चलाकर बुराई के प्रतीक रावण का अंत कर दिया। देखते ही देखते अहंकारी रावण धूं- धूं कर जल गया। परिवार और बच्चों सहित रावण दहन का नजारा देखने दशहरा मैदान पहुंचे हजारों लोगों ने हर्षध्वनि करते हुए प्रभु श्रीराम की जय के नारे लगाए और अपनी खुशी का इजहार किया।
शहर के चिमनबाग, तिलकनगर और अन्य कई स्थानों पर रावण दहन की परंपरा निभाई गई।