इंदौर : विमानतल मार्ग स्थित श्री विद्याधाम की गौशाला पर शुक्रवार को गौवंश के लिए ‘छप्पन भोग महोत्सव’ का आयोजन किया गया। गौवंश के लिए सेवफल, केले, भीगा हुआ अनाज, हरी सब्जी, हरी घास, भूसा, गुड़ रोटी एवं खली-कपास्या सहित 56 तरह के व्यंजन रखे गए थे। गौशाला की सभी गायों की साज-सज्जा के साथ ही गौशाला पर एक हजार आठ दीपों की श्रृंखला भी सजाई गई।
गौशाला परिसर में भगवान कृष्ण की आकर्षक झांकी एवं 56 भोग के पात्र तथा व्यंजनों की सूची का प्रदर्शन भी किया गया था। भजनों की मनोहारी प्रस्तुतियों के बीच देर रात तक सैकड़ों गौ भक्तों ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए इस उत्सव में अपनी भागीदारी दर्ज कराई। महामंडलेश्वर ब्रह्मलीन स्वामी गिरिजानंद सरस्वती की प्रेरणा, स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सान्निध्य और आचार्य पं. राजेश शर्मा के निर्देशन में 51 विद्वान आचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच इस महोत्सव का शुभारंभ किया। आश्रम परिवार के पूनमचंद अग्रवाल, पं. दिनेश शर्मा, राजेन्द्र महाजन, राम ऐरन, डॉ. संजय पंडित, रमेशचंद्र राठौर, सत्यनारायण दूधवाले सहित सैकड़ों भक्तों ने गौधूलि बेला में गौमाता की आरती में भाग लिया।भक्तों ने गौशाला में कतारबद्ध होकर गौवंश को उनके प्रिय 56 भोग परोसे। इस दौरान शहर की अनेक गौशालाओं के संचालक एवं पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इसके पूर्व आश्रम पर नियमित गोवर्धन पूजा का उत्सव भी मनाया गया।