इंदौर। दशहरा मैदान पर सोमवार शाम जब भगवान की आराधना सुर- संगीत के साथ हुई तो सारा वातावरण भक्तिमय हो उठा। राग भूपाली में” गाइए गणपति जगवंदन” से शुरुआत करके अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शर्मा बंधु पंडित राजीव शर्मा, मुकेश शर्मा, शैलेश शर्मा व मिथिलेश शर्मा ने राम जन्मोत्सव के इस उत्सव में भक्तिमय उल्लास के रंग बिखेर दिए। आते भी राम कहो जाते भी राम कहो, “बोलो बोलो आंखें खोलो गाए प्रभु का नाम सीताराम” से श्रोताओं को भक्ति रस में डुबो दिया। राग शिवरंजनी में गाया भजन “महाकाल की नगरी में जप ले शिव शंभू का नाम” बड़ा ही खूबसूरत बन पड़ा था। नवरात्रि के अवसर पर उन्होंने मीराबाई की रचना लोक शैली के संगीत में प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। बोल थे “म्हारे चाकर राखो जी” नवरात्रि में ही माता की भेंट ,आराधना करते हुए सुगम संगीत शैली में माता तेरे चरणों में जगदंबे शीश झुकाऊं गाया। लोकगीत शैली में गाया भजन मेरे अवगुण चित ना धरो बेहद मधुर बन पड़ा था। राग जैजैवंती में गाया गया “जब जानकी नाथ सहाय करे तब कौन बिगाड़ करे तोरो* को श्रोताओं ने बड़े शांत चित से सुना एवं तालियां बजाकर स्वागत किया। कीबोर्ड पर मनोज जटिया, ऑक्टोपैड पर हरीश शेर, वायलिन पर संजय सिंह, तबले पर अरुण कुशवाह ,व ढोलक पर अखिलेश शर्मा ने संगत दी। इसके पूर्व हवन- पूजन और आरती के कार्यक्रम भी सम्पन्न हुए।
सबके राम राम जन्मोत्सव समिति के अमित जैन ,महेंद्र चौहान व प्रवीणा अग्निहोत्री ने बताया कि दिनांक 5 अप्रैल को नृत्य नाटिका महिषासुर मर्दिनी का मंचन एवं दंड व शस्त्र विद्या का प्रदर्शन किशोरियों द्वारा किया जाएगा।