इंदौर : बुधवार को मतदान के दौरान वार्ड 22 में बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी चंदूराव शिंदे की कार पर हमला करने के मामले में हीरानगर थाना पुलिस ने कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया सहित 5 कांग्रेसियों के खिलाफ जानलेवा हमले का प्रकरण दर्ज किया है। देर रात तक चले हाई वोल्टेज ड्रामें के बाद हीरानगर पुलिस ने मामला दर्ज किया।
ये बताया जा रहा मामला।
सूत्रों के मुताबिक वार्ड के खातीपुरा स्थित एक बूथ पर फर्जी मतदान की शिकायत पर बीजेपी प्रत्याशी चंदू शिंदे और कांग्रेस प्रत्याशी राजू भदौरिया मौके पर पहुंचे। देखते ही देखते दोनों दलों के समर्थकों में विवाद बढ़ गया। कहा जाता है कि चंदू शिंदे ने कोई आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इसके बाद जब वे गाड़ी में बैठकर आदर्श मौलिक नगर चौराहे से निकल रहे थे तो कांग्रेस से जुड़ी कतिपय महिलाओं और कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी रोक ली और नारेबाजी के बीच हमला कर दिया। महिलाओं ने शिंदे की कार पर चप्पलें बरसाई, वहीं कार्यकर्ताओं ने उनकी कार के शीशे भी तोड़ दिए। इसपर बीजेपी- कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने झड़प हो गई। माहौल बिगड़ता देख पुलिस ने लाठियां भांजी और हमलावरों को खदेड़ा। लाठीचार्ज में कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी चोटें आई।इस बीच ड्राइवर ने कार को उल्टी दिशा में दौड़ाकर शिंदे को हमलावरों से बचाया।
हीरानगर थाने पर चला हाई वोल्टेज ड्रामा।
चंदू शिंदे की कार पर हमले की घटना से गुस्साए बीजेपी नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हीरानगर थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने का घेराव कर दिया और हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए लाठियां भी भांजी पर वे बार + बार वहां इकट्ठे होते रहे। इस बीच मतदान का समय समाप्त होते ही विधायक रमेश मेंदोला, आकाश विजयवर्गीय, जयपाल सिंह चावड़ा, गौरव रणदिवे भी थाने पहुंच गए। कांग्रेस की ओर से जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, विशाल पटेल और विनय बाकलीवाल ने मोर्चा संभाल रखा था। आरोप – प्रत्यारोप के बीच कांग्रेसी समझौता करवाने के प्रयास में लगे थे लेकिन बीजेपी नेता हमलावरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाने पर अड़े रहे। भारी जद्दोजहद के बाद हीरानगर पुलिस ने कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजू भदौरिया सहित 5 के खिलाफ धारा 307 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया।
मेरी हत्या की थी साजिश।
बीजेपी के पार्षद प्रत्याशी चंदू शिंदे का आरोप है कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी। इसके लिए बाहर से गुंडे बुलाए गए थे। कतिपय महिलाओं ने गाड़ी इसलिए रोक रखी थी कि गुंडों के जरिए उनकी हत्या की जा सके। शिंदे का यह भी आरोप है कि उनके पुत्र के पीछे भी गुंडे चाकू लेकर दौड़े थे. उसने भागकर अपनी जान बचाई।
उधर कांग्रेसियों ने चंदू शिंदे के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि चंदू शिंदे की अमर्यादित टिप्पणी की वजह से माहौल बिगड़ा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक समूचे मामले की जांच की जा रही है।जांच के बाद दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।